कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में कम उपस्थिति पर महानिदेशक ने जताई नाराजगी
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में छात्राओं की कम उपस्थिति पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने चिंता जताई है। 30 जिलों में छात्राओं की 50 प्रतिशत से भी कम हाजिरी पर महानिदेशक ने दो अगस्त को सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर स्वयं समीक्षा करते हुए प्रत्येक दशा में शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं।
- महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने सभी बीएसए को लिखा पत्र
- सबसे टॉप पर 79 प्रतिशत हाजिरी के साथ महात्वाकांक्षी जिलों में फतेहपुर
- बलिया, हाथरस और प्रतापगढ़ में मिली सबसे कम हाजिरी
- कानपुर देहात में 68 फीसदी रही हाजिरी, 101 छात्राएं हैं पंजीकृत
- 73 जिलों में संचालित हैं 746 कस्तूरबा आवासीय विद्यालय
- इन स्कूलों में 73383 छात्राएं हैं पंजीकृत
लखनऊ / कानपुर देहात। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में छात्राओं की कम उपस्थिति पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने चिंता जताई है। 30 जिलों में छात्राओं की 50 प्रतिशत से भी कम हाजिरी पर महानिदेशक ने दो अगस्त को सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर स्वयं समीक्षा करते हुए प्रत्येक दशा में शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश के 73 जिलों में संचालित 746 कस्तूरबा विद्यालयों में मई और जुलाई महीने की उपस्थिति की समीक्षा प्रेरणा पोर्टल के माध्यम से की गई। सबसे कम हाजिरी बलिया में 28 प्रतिशत, हाथरस में 30 फीसदी और प्रतापगढ़ में 31 प्रतिशत मिली है। आजमगढ़, गाजीपुर और देवरिया में 34-34 प्रतिशत जबकि संत कबीर नगर व गौतमबुद्धनगर में 36-36 फीसदी उपस्थिति ही मिली है। महानिदेशक की ओर से बीएसए को भेजी गई सूची में सबसे टॉप पर 79 प्रतिशत हाजिरी के साथ महात्वाकांक्षी जिलों में शामिल फतेहपुर है। 74 फीसदी हाजिरी के साथ शाहजहांपुर दूसरे और 73 प्रतिशत उपस्थिति के साथ लखीमपुर खीरी तीसरे स्थान पर है।
बड़े जिलों में स्थिति औसत से बेहतर-
कस्तूरबा विद्यालयों में मई व जुलाई में छात्राओं की उपस्थिति बड़े जिलों में बेहतर है। लखनऊ में 66 प्रतिशत, कानपुर देहात 68, वाराणसी 57 व प्रयागराज में 53 हाजिरी रही है।
इसके अलावा कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने के साथ छात्राओंं में छिपी प्रतिभा निखारने के लिए स्कूलों को श्रेणीबद्ध कराने की योजना बनाई गई है। अफसरों की टीम गठित कर सघन निगरानी व जांच करने का निर्देश परियोजना निदेशक ने सभी जनपदों के बीएसए को दिया है। सभी खंड शिक्षाधिकारियों की अगुवाई में टीम गठित कर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों के गुणवत्ता में सुधार व शैक्षिक वातावरण बनाए रखने के लिए निरीक्षण कर निर्धारित बिंदुओं पर मूल्यांकित कर श्रेणी का निर्धारण करते हुए रिपोर्ट निदेशालय को उपलब्ध कराने को कहा गया है।