कानपुर उन्नाव खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से प्रत्याशी घोषणा को लेकर शिक्षकों में निराशा
कानपुर उन्नाव खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय संगठन की ओर से घोषित प्रत्याशी का कानपुर देहात में विरोध शुरू हो गया है। शिक्षकों ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपना विरोध प्रकट करना शुरू कर दिया है।
सुशील त्रिवेदी, कानपुर देहात : कानपुर उन्नाव खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय संगठन की ओर से घोषित प्रत्याशी का कानपुर देहात में विरोध शुरू हो गया है। शिक्षकों ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपना विरोध प्रकट करना शुरू कर दिया है। संगठन के अनेक सदस्यों में अपना नाम न छापने की शर्त पर यहां तक कहा है कि जो शिक्षक दो लगातार चुनाव में सफलता हासिल नहीं कर पा रहा है संगठन ने उसे ही प्रत्याशित घोषित कर दिया।
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शिक्षक संगठन शर्मा गुट की कानपुर देहात जनपद में सक्रियता की बात करें तो हम पाते हैं कि वर्तमान जिला संगठन जिसमें धीरेंद्र कुमार त्रिपाठी,अमरनाथ यादव, नागेन्द्र भदौरिया के साथ वीके मिश्रा तथा ठाकुर प्रसाद यादव सक्रिय रहा है और विद्यालयों से संपर्क बनाए रखा है किंतु प्रत्याशी की घोषणा ने सभी को न केवल आश्चर्यचकित कर दिया बल्कि निराश भी कर दिया है। बताते चलें कि सोशल मीडिया पर जो विचार इन दिनों चल रहे हैं उनके अनुसार अधिकांश शिक्षक वीके मिश्रा प्रत्याशी चाह रहे थे जब कि प्रदेश अध्यक्ष की ओर से हेमराज सिंह और को तीसरी बार प्रत्याशी घोषित कर दिया गया है।इस संबंध में प्रशांत मिश्र, राजेंद्र बाबू यादव, चन्द्र कान्त गुप्त, अल्का गुप्ता,नन्द लाल पाल,बी एल पाण्डेय, देवेंद्र सिंह सहित अनेक सदस्यों ने वी के मिश्रा को प्रत्याशी घोषित किए जाने की मांग की है।
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उनका कहना है कि श्री मित्र न केवल बेदाग छवि वाले व्यक्ति हैं बल्कि कुशल संगठक भी हैं इतना ही नहीं उन्होंने बीते 15 साल में जितने भी धरना प्रदर्शन रहे हैं सब की अगुवाई की है और शिक्षकों से उनकी समस्याओं के लिए बराबर संपर्क किया है। एक अन्य चर्चा के आधार पर कहा जा रहा है कि श्री गौर 1984 इंदिरा गांधी दंगे में शामिल रहे हैं और उसकी जांच चल रही है जिसके चलते यह आशंका जताई जा रही है कि कहीं अंतिम समय पर इस बिंदु को लेकर संगठन की प्रत्याशिता खतरे में पड़ सकती है।