कानपुर। उर्सला अस्पताल में डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड (डीएनबी) के तीन और नए कोर्स संचालित होंगे। इससे जहां नए विभाग का गठन होगा, वहीं और सीनियर रेजीडेंट्स मिल सकेंगे। अस्पताल की सुविधाओं में भी इजाफा होगा।
कानपुर के उर्सला जिला अस्पताल में अभी मेडिसन, इमरजेंसी मेडिसिन, पीडिएट्रिक की पढ़ाई हो रही है। अस्पताल प्रशासन ने ईएनटी, नेत्र और फेफड़ा रोग की सीटों का प्रस्ताव बोर्ड को भेजा है। ईएनटी को सैद्धांतिक सहमति मिल चुकी है, जबकि नेत्र और फेफड़ा रोग के कोर्स के लिए बोर्ड के अधिकारी जल्द ही निरीक्षण कर सकते हैं।
उर्सला में मेडिकल कॉलेज के सहयोग से 2018 से डीएनबी की पढ़ाई जारी है। मेडिसिन में चार, इमरजेंसी मेडिसिन में दो और पीडिएट्रिक (बाल रोग) में दो सीटें हैं। डीएनबी की पढ़ाई एमबीबीएस के बाद होती है। यह एमडी और एमएस के बराबर की डिग्री है। अस्पताल प्रशासन ने ईएनटी (नाक, कान, गला) की दो, नेत्र रोग और चेस्ट (फेफड़ा) की एक-एक सीटें प्रस्तावित की हैं। सीएमएस डॉ. अनिल निगम ने बताया,तीन नए कोर्स संचालित होने से अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की संख्या और बढ़ जाएगी। मरीजों को और बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।