कानपुर की जर्जर सड़क पर ‘नेताओं का अंधापन’, छात्र-छात्राएं हो रहे चोटिल
बार-बार शासन प्रशासन की चौखट खटखटाने के बावजूद लोगों की समस्याएं अनसुनी बनी हुई हैं। बर्रा 8 बसंत पेट्रोल पंप से रामगोपाल चौराहा होते हुए जरौली गांव की ओर जाने वाले मुख्य राजमार्ग की हालत ऐसी है कि जिसे हम शब्दों में बयां नहीं कर सकते हैं।

- जान जोखिम में डाल स्कूल पहुंच रहे हैं बच्चे
- बसंत पेट्रोल पंप से आनंद सिटी तक जाने वाली सड़क पर टूट रहा सब्र, लोगों में आक्रोश!
राजेश कटियार, कानपुर। बार-बार शासन प्रशासन की चौखट खटखटाने के बावजूद लोगों की समस्याएं अनसुनी बनी हुई हैं। बर्रा 8 बसंत पेट्रोल पंप से रामगोपाल चौराहा होते हुए जरौली गांव की ओर जाने वाले मुख्य राजमार्ग की हालत ऐसी है कि जिसे हम शब्दों में बयां नहीं कर सकते हैं। यहां सड़क में गड्ढे नहीं बल्कि गड्ढों में सड़क है। यही कारण है कि इस मार्ग पर आए दिन हादसे होते रहते हैं। सबसे ज्यादा हादसे रात में गड्ढे दिखाई नहीं देने के कारण हो रहे हैं। बरसात के समय में हादसों में और इजाफा हो जाता है क्योंकि लोग यह समझ ही नहीं पाते कि कहां पर गड्ढा है और कहां पर समतल। इस सड़क पर स्ट्रीट लाइट तो लगी हैं पर उसमें अधिकांश खराब हैं जो जलती ही नहीं है लोगों द्वारा संबंधित पार्षद एवं नगर निगम को कई बार अवगत कराया गया फिर भी इन स्ट्रीट लाइटों को सही नहीं करवाया गया।
कटियार मेडिकल स्टोर नियर आनंद साउथ सिटी से लेकर के नेशनल हाईवे तक करीब डेढ़ किलोमीटर तक सड़क पर गड्ढे ही गढ्ढे दिखाई दे रहे हैं जबकि इस मुख्य राजमार्ग पर करीब 25 स्कूल स्थित हैं। इस राजमार्ग से यू पी किराना सेवा समिति बालिका विद्यालय, मैरी जीसस एजुकेशन सेंटर, दिल्ली पब्लिक स्कूल, पी वी एन पब्लिक स्कूल, मैरी जीसस एजुकेशन सेंटर, करम देवी मेमोरियल एकेडमी, ज्योति हायर सेकेंडरी स्कूल, एक्में पब्लिक स्कूल, सरदार पटेल एकेडमी, किडरो स्कूल, सीएचएस एजुकेशन सेंटर, सरदार पटेल इंटर कॉलेज, हीरालाल पटेल इंटरनेशनल स्कूल, के बी पब्लिक स्कूल, कृष्णा फाउंडेशन अकादमी, विवेकानंद पब्लिक स्कूल, जेडी एजुकेशन सेंटर, अलब्राइट ग्लोबल स्कूल, सूबेदार शिक्षण संस्थान एवं अन्य स्कूलों के विद्यार्थी इस राजमार्ग से गुजरते हैं। इस सड़क से प्रतिदिन करीब 1 लाख लोग गुजरते हैं इतना ही नहीं इस सड़क पर प्रतिदिन कई जनप्रतिनिधि भी निकलते हैं लेकिन सड़क की खस्ता हालत को सही करवाना वह उचित नहीं समझते।
सड़क की खस्ता हालत के चलते आए दिन लोग चोटिल हो रहे हैं रात के समय अंधेरे में दुर्घटना होने की आशंका और अधिक रहती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्षों पहले इस सड़क के गढ्ढे मलवे से भर दिए गए थे जो बरसात में पहाड़ी एरिया में तब्दील हो गए हैं। लोगो ने बताया कि इस सड़क का निर्माण 15 साल पहले हुआ था लेकिन तब से न तो इसका पुनर्निर्माण हुआ और न ही कोई ठीक से मरम्मत कराई गई। सड़क की दयनीय स्थिति के कारण आवागमन में भारी परेशानी होती है। सबसे अधिक परेशानी स्कूली बच्चों को होती है क्योंकि इस मार्ग पर दो सैकड़ा से अधिक स्कूल बने हुए हैं। लोगों ने शासन एवं प्रशासन से मांग है कि इस सड़क में बने गड्ढों से उन्हें निजात दिलवाई जाए।
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