सौरभ मिश्रा, कानपुर देहात : जनपद में हुई हृदय विदारक घटना में जिला प्रशासन समेत आईजी रेंज कानपुर और एडीजी जोन कानपुर मंडल मंडलायुक्त डॉ राजशेखर जिला पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात बीजीटीएस मूर्ति को परिजनों को मनाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। बताते चलें जनपद के मैथा तहसील और रूरा थाना क्षेत्र के मड़ौरी के चालहा गांव में अतिक्रमण हटाने गई राजस्व टीम की लापरवाही से या ग्रामीणों के अनुसार संयोजित ढंग से मां बेटी की आग में जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई थी।
जिसके बाद गांव में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई तो आनन-फानन में गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया। एडीजी जोन कानपुर आईजी रेंज कानपुर में अन्य कई जनपदों के पुलिस बल और पीएसी के साथ गांव में ही देर रात से डेरा डाल दिया था। वही ग्रामीणों ने और परिजनों ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा की पूरी घटना को सुनियोजित ढंग से साजिश रचकर अंजाम दिया गया। उप जिलाधिकारी मैथा थाना प्रभारी रूरा दिनेश गौतम समेत अन्य लोगों पर परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। वही परिजनों की तहरीर पर प्राप्त जानकारी अनुसार एसडीएम मैथा और थाना प्रभारी रूरा समेत लगभग 35 लोगों पर धारा 302 307 समेत अन्य गंभीर धाराओं में एफ आई आर दर्ज की गई।
लेकिन उसके बाद ही परिजन राजी नहीं हुए और ना ही पुलिस को शवों को कब्जे में लेने दिया। परिजन अपनी मांग पर अड़े रहे कि पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री को घटनास्थल पर बुलाया जाए और एसडीएम और एसओ समेत सभी आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए। कई घंटों तक ग्रामीणों परिजनों और प्रशासन के बीच बातचीत चलती रही लेकिन ग्रामीणों परिजनों ने प्रशासन की एक न मानी।
हालात बिगड़ते देख उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पीड़ित परिजनों से बात की और आश्वासन दिया कि सभी आरोपियों पर कड़ी और निष्पक्ष कार्यवाही की जाएगी। साथ ही कहा की मृतक के बेटे को सरकारी नौकरी , जमीन , 5 लाख रुपए की तत्काल सहायता दिए जाने के निर्देश आला अधिकारियों को दिए। तब जा कर पीड़ित परिजन शांत हुए जिसके बाद पुलिस ने तत्काल मृत मां बेटी के अधजले शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बाद आला अधिकारियों ने राहत की सांस ली।