शंकर नगर निवासी 40 वर्षीय आलोक बाजपेयी डेरापुर नायब तहसीलदार कोर्ट में संविदा कर्मी थे। शुक्रवार को वह अपने एक रिश्तेदार के यहां कानपुर गए थे और वहीं पर अज्ञात कारणों के चलते जहर खा लिया था। रिश्तेदार उन्हें एलएलआर अस्पताल (हैलट) लेकर गए थे जहां उनकी मौत हो गई। शनिवार को शव यहां पहुंचा तो पत्नी अलका का रोकर बुरा हाल हो गया। बेटा शुभ, बेटी जाह्नवी व पिता मेवालाल को विश्वास नहीं हो रहा था कि ऐसा हो गया है। तहसील कर्मचारी भी पहुंचे और परिवार को सांत्वना दी।