कानपुर देहात में लगा मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला, 2,176 मरीजों का हुआ उपचार
आज जनपद कानपुर देहात के 1 शहरी और 29 ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला (सं. 215) आयोजित किया गया। इस मेले में दूर-दराज के मरीजों को उनके घर के पास ही विशेषज्ञ डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की मदद से मुफ्त स्वास्थ्य जांच, परामर्श और दवाएं दी गईं।

- कानपुर देहात
कानपुर देहात: आज जनपद कानपुर देहात के 1 शहरी और 29 ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला (सं. 215) आयोजित किया गया। इस मेले में दूर-दराज के मरीजों को उनके घर के पास ही विशेषज्ञ डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की मदद से मुफ्त स्वास्थ्य जांच, परामर्श और दवाएं दी गईं।
स्वास्थ्य सेवाओं का व्यापक विस्तार
इस मेले में कुल 68 डॉक्टरों और 138 पैरामेडिकल स्टाफ ने अपनी सेवाएं दीं। स्वास्थ्य मेले में कुल 2,176 मरीजों का उपचार किया गया, जिनमें 876 पुरुष, 889 महिलाएं और 411 बच्चे शामिल थे। मेले में कुल 63 गोल्डन कार्ड और 67 आभा आईडी बनाई गईं, जिससे मरीजों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ आसानी से मिल सकेगा।
विभिन्न रोगों की पहचान और उपचार
- सामान्य रोग: मेले में सर्दी-जुकाम (132), पेट के रोग (179), और त्वचा रोग (315) के मरीज बड़ी संख्या में मिले।
- अन्य बीमारियां: 64 मरीज एनीमिया, 98 मरीज मधुमेह (डायबिटीज) और 61 मरीज उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) से ग्रस्त पाए गए, जिनका उपचार किया गया।
- विशेष जांचें: मेले में कुल 200 मरीजों को बुखार था। इनमें से 86 की मलेरिया और 35 की डेंगू जांच की गई, लेकिन कोई भी मरीज इन बीमारियों से ग्रसित नहीं मिला। 49 मरीजों का नेत्र परीक्षण भी किया गया।
कोविड और टीबी की स्क्रीनिंग
मेले में कुल 821 मरीजों का कोविड हेल्प डेस्क पर परीक्षण किया गया, पर कोई भी कोविड-19 पॉजिटिव मरीज नहीं पाया गया। साथ ही, दो संभावित क्षय रोग (टीबी) के मरीज भी चिन्हित किए गए।
गर्भवती महिलाएं और मानसिक स्वास्थ्य पर जोर
58 गर्भवती महिलाओं का परीक्षण किया गया और कोई भी कुपोषित बच्चा नहीं मिला। मेले में मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया गया। कुल 265 लोगों को तंबाकू छोड़ने की सलाह दी गई और 7 मरीजों को टेलीमानस के माध्यम से विशेषज्ञों से परामर्श दिलाया गया।
उच्च अधिकारियों ने किया निरीक्षण
मेले की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. ए.के. सिंह ने मैथा और शिवली के केंद्रों का निरीक्षण किया। वहीं, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डी.के. सिंह ने रनिया और डॉ. आदित्य सचान ने राजपुर और रसधान के केंद्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की सराहना की। कुल 21 मरीजों को बेहतर इलाज के लिए बड़े अस्पतालों में रेफर किया गया।
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