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जनपद में एक ऐसा भी स्कूल जहां प्रार्थना के वक्त बच्चे हाथ नहीं जोड़ते
जिले में एक ऐसा भी स्कूल है जहां प्रार्थना के वक्त बच्चे हाथ नहीं जोड़ते, ऐसी बात नहीं की वो अनुशासनहीन हो गए हैं। बात यहां यह है की उन्हें हाथ जोड़ने से मना किया गया है। यहां प्रार्थना होगी जरूर पर बच्चे हाथ नहीं जोड़ेंगे। प्रार्थना भी गाइडलाइन के अनुसार नहीं बल्कि प्रधानाध्यापक के अनुसार होगी।

- यहां प्रधानाध्यापक का चलता है तुगलकी फरमान
कानपुर देहात, अमन यात्रा : जिले में एक ऐसा भी स्कूल है जहां प्रार्थना के वक्त बच्चे हाथ नहीं जोड़ते, ऐसी बात नहीं की वो अनुशासनहीन हो गए हैं। बात यहां यह है की उन्हें हाथ जोड़ने से मना किया गया है। यहां प्रार्थना होगी जरूर पर बच्चे हाथ नहीं जोड़ेंगे। प्रार्थना भी गाइडलाइन के अनुसार नहीं बल्कि प्रधानाध्यापक के अनुसार होगी। अमरौधा विकासखंड के चांदापुर संविलियन विद्यालय के मुस्लिम प्रधानाध्यापक एजाज अहमद का अजीबोगरीब कारनामा सामने आया
यहां पर अब ‘दया कर दान’ प्रार्थना की जगह ‘ इतनी शक्ति हमें देना दाता ‘ प्रार्थना करवाते हैं इतना ही नहीं यहां पर मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार प्रार्थना करवाई जाती है। बच्चों को हाथ जोड़कर प्रार्थना करने से मनाही है। इस सरकारी स्कूल में हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्म के बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं। शिक्षक भी दोनों धर्मों के हैं फिर भी किसी भी शिक्षक ने नियम विरुद्ध करवाई जा रही प्रार्थना के लिए विरोध नहीं किया जिसकारण से इन शिक्षकों पर भी कार्यवाही किए जाने के पूरे आसार हैं।
यहां पर प्रधानाध्यापक का तुगलकी फरमान चलता है। पिछले कई महीनों से स्कूल में पुरानी प्रार्थना को बदलकर नई प्रार्थना छात्रों से करवाई जा रही है वह भी एकदम नए अंदाज में बिना हाथ जोड़े बच्चें प्रार्थना करने को मजबूर हैं। इसका एक वीडियो जब प्रशासन के सामने आया तो इसका त्वरित संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी नेहा जैन ने बेसिक शिक्षाधिकारी रिद्धी पाण्डेय को जांच के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल में ऐसी हरकतों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, सभी विद्यालय विभाग की गाइडलाइन के मुताबिक ही चलेंगे।
अमरौधा विकासखंड के खंड शिक्षा अधिकारी आनंद भूषण का कहना है कि आज मेरे द्वारा विद्यालय में पहुंचकर उक्त वीडियो की तहकीकात की गई। वीडियो सही पाया गया है। सभी शिक्षकों से अलग-अलग स्पष्टीकरण तलब किया गया है। इस संदर्भ में बच्चों से भी जानकारी प्राप्त की गई मामला सत्य पाया गया है। स्पष्टीकरण प्राप्त होने के बाद बेसिक शिक्षाधिकारी को अग्रिम कार्यवाही हेतु प्रेषित कर दिया जायेगा।
बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धि पाण्डेय ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद प्रधानाध्यापक समेत सभी शिक्षकों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी ताकि ऐसी गलती की पुनरावृत्ति न हो।
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