परिषदीय एवं कस्तूरबा विद्यालयों में 1 नवंबर से शुरू होगा 45 दिवसीय रीडिंग कैंपेन
कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों के लिए चलाए गए 100 दिवसीय पठन अभियान के प्रभाव का आकलन करने के बाद अब 45 दिवसीय पठन आभियान के अंतर्गत माइक्रो इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट रीडिंग कैंपेन चलाया जा रहा है। स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की ओर से कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए राज्य में 45 दिवसीय पठन अभियान एक नवंबर 2022 से क्रियान्वित होगा।

अमन यात्रा, कानपुर देहात : कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों के लिए चलाए गए 100 दिवसीय पठन अभियान के प्रभाव का आकलन करने के बाद अब 45 दिवसीय पठन आभियान के अंतर्गत माइक्रो इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट रीडिंग कैंपेन चलाया जा रहा है। स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की ओर से कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए राज्य में 45 दिवसीय पठन अभियान एक नवंबर 2022 से क्रियान्वित होगा। उत्तर प्रदेश के समस्त परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, संविलियित एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में क्रियान्वित होगा। 45 दिवसीय पठन अभियान इस तथ्य पर आधारित है कि पढ़ना सीखने का आधार है जो विद्यार्थियों को स्वतंत्र रूप से पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रेरित करता है।रचनात्मक एवं आलोचनात्मक चिंतन तथा मौखिक और लिखित दोनों में अभिव्यक्ति करने की क्षमता विकसित करता है। यह बच्चों को उनके परिवेश और वास्तविक जीवन की स्थिति से जोड़ने में मदद करता है। पठन अभियान की आवश्यकता इसी तथ्य से प्रकाशित होती है कि समझ के साथ पढ़ने वाले बच्चे सामान्यतः बेहतर विद्यार्थी बने जिससे स्कूल और जीवन के अन्य क्षेत्रों में उन्हें अपेक्षित सफलता प्राप्त होने की संभावना बढ़ सके।
मुख्य बिंदु
- 45 दिनों के रीडिंग कैम्पेन में प्रति सप्ताह गतिविधि को पढ़ने को मनोरंजक बनाने और इससे आजीवन जुड़ाव सुदृढ़ करने हेतु किया जाना है।
- विभिन्न प्रकार के आकर्षक चित्रों से युक्त सरल और दिलचस्प कहानी की किताबों की उपलब्धता और बच्चों की उन तक पहुंच सुनिश्चित हो सके।
- राज्य द्वारा विद्यालय स्तर पर उपलब्ध करायी गई पुस्तकालय हेतु पुस्तकें, सहज पुस्तिकाएं, स्थानीय भाषाओं में उपलब्ध कहानियों आदि का इसमें प्रयोग करने के निर्देश हैं। इसके लिए पुस्तकालय की क्रियाशीलता, बुक क्लब, बच्चों की सहभागिता आदि के सम्बन्ध में एक मार्गदर्शिका भी पूर्व में प्रेषित की गयी है।
- दीक्षा पोर्टल, प्रेरणा पोर्टल व एससीईआरटी के वेबसाइट्स आदि पर उपलब्ध विभिन्न संसाधनों का भी उपयोग बच्चों के साथ करना होगा।
- एनसीईआरटी, नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी), स्टोरी वीवर (https://storyweaver-org-in), प्रथम बुक्स (https://prathambooks-org), रूम टू रीड क्लाउड (https://literacycloud-org), आदि पर उपलब्ध संसाधन इस अभियान को प्रभावी बनाने में अत्यंत मददगार साबित हो सकते हैं। इस अभियान के अंतर्गत गतिविधियों का साप्ताहिक कलेण्डर, इंफोग्राफिक्स आदि उपलब्ध कराये जायेंगे।
- रीडिंग कैम्पेन में इन्नोवेटिव प्रयासों को राज्य स्तर पर सराहा जायेगा। इस कैम्पेन को सफल बनायें एवं सफलता की कहानी और फोटोग्राफ्स / वीडियोज परियोजना कार्यालय से साझा करने होगें।
बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने बताया कि 45 दिवसीय रीडिंग कैंपेन के संचालन का मुख्य उद्देश्य निपुण भारत मिशन के अंतर्गत प्राथमिक कक्षाओं में सार्वभौमिक मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान प्राप्त करने तथा बाल वाटिका से कक्षा 3 तक के सभी बच्चों में पढ़ने लिखने और संख्या ज्ञान के स्तर में वृद्धि करना है इस हेतु सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को शासनादेश के अनुसार रीडिंग कैंपेन को क्रियान्वित करने के निर्देश दे दिए हैं।
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