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कानपुर देहात: सिठमरा गौशाला का औचक निरीक्षण, मुख्य विकास अधिकारी ने दी आवश्यक दिशा-निर्देश
मुख्य विकास अधिकारी लक्ष्मी एन ने आज विकासखंड डेरापुर में स्थित सिठमरा गौशाला का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने गौशाला में मौजूद गौवंशों की देखभाल और सुविधाओं का जायजा लिया।
कानपुर देहात: मुख्य विकास अधिकारी लक्ष्मी एन ने आज विकासखंड डेरापुर में स्थित सिठमरा गौशाला का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने गौशाला में मौजूद गौवंशों की देखभाल और सुविधाओं का जायजा लिया।
मुख्य बिंदु:
- गौशाला में 85 पशु: निरीक्षण के समय गौशाला में 85 पशु पाए गए।
- भूसा और पशु आहार: गौशाला में पर्याप्त मात्रा में भूसा और पशु आहार उपलब्ध था।
- साफ-सफाई: मुख्य विकास अधिकारी ने गौशाला में नियमित साफ-सफाई के निर्देश दिए।
- गौवंशों की सुरक्षा: गौवंशों को काऊ कोट और तिरपाल से ढका गया था।
- रात्रि में अलाव: गौवंशों के लिए रात में अलाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए।
- खडंजा मरम्मत: टूटे हुए खडंजे को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए।
- नियमित निरीक्षण: अधिकारियों को गौशाला का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए।
- केयर टेकर की उपस्थिति: गौवंशों की देखभाल के लिए केयर टेकर की उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
- ड्यूटी चार्ट: गौशाला के बाहर कर्मचारियों का ड्यूटी चार्ट लगाने के निर्देश दिए गए।
- ईयर टैगिंग: सभी गौवंशों को ईयर टैग लगाने के निर्देश दिए गए।
- पशु चिकित्सक का निरीक्षण: पशु चिकित्सक द्वारा गौवंशों की नियमित जांच कराने के निर्देश दिए गए।
- गौशाला की क्षमता: गौशाला में निर्धारित क्षमता के अनुसार ही गौवंश रखने के निर्देश दिए गए।
- एक सप्ताह में सुधार: गौशाला में मौजूद कमियों को एक सप्ताह के भीतर दूर करने के निर्देश दिए गए।
- लापरवाही पर कार्रवाई: लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मुख्य विकास अधिकारी ने सिठमरा गौशाला का औचक निरीक्षण कर गौवंशों की बेहतर देखभाल सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। यह कदम गौवंश संरक्षण के लिए एक सकारात्मक पहल है।
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