कानपुर, अमन यात्रा । चकेरी के कोयला नगर हाईवे किनारे मृत मिली विवाहिता की हत्या उसके पति ने ही की थी। पुलिस की पूछताछ में हत्या की स्वीकारोक्ति करते हुए ऐसी जानकारी दी, जिसे सुनने वाले सन्न रह गए। उसने पत्नी को पहले मॉल में शॉपिंग कराई और फिर गला घोटकर मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं उसने कहा कि पत्नी की हत्या के सिवा उसके पास दूसरा कोई रस्ता नहीं था…।

छह साल पहले हुई थी शादी

पनकी निवासी नन्हे सिंह की 28 वर्षीय बेटी ममता सिंह की शादी छह साल पहले मीरपुर कैंट निवासी कार चालक धर्मेंद्र के साथ हुई थी। धर्मेंद्र किन्नर की कार चलाता है, जबकि शादी के समय उसने खुद को ट्रैवल एजेंसी संचालक बताया था। इसी बात पर विवाद होने पर ममता अपने पांच वर्षीय पुत्र ऐश्वर्य के साथ पनकी स्थित मायके में रहती थी। भरण पोषण का मामला अदालत में विचाराधीन था। नन्हे सिंह के मुताबिक अदालत ने बेटी को पांच लाख रुपये और एक प्लाट दिलाने का आदेश धर्मेंद्र को दिया था, पर वह पैसा नहीं दे रहा था। मंगलवार को अदालत में फैसला आना था।

सुबह फोन करके पैसा लेने ससुराल आने को बुलाया

मायके पक्ष का आरोप है कि धर्मेंद्र ने रविवार सुबह 11 बजे ममता को फोन करके कहा कि पैसों का इंतजाम हो गया है, उसे ससुराल आना होगा। उसने कछुआ तालाब के पास आकर ले जाने की बात कही। इसके बाद ममता अकेले ही घर से निकली लेकिन देर रात वापस नहीं आने चिंता बढ़ी और फोन भी स्विच ऑफ था। देर रात पनकी थाने पहुंचकर दामाद के खिलाफ बेटी के अपहरण कर उसकी हत्या की आशंका जताते हुए तहरीर दी।

सुबह चकेरी में हाईवे किनारे मिला शव

सोमवार तड़के चकेरी स्थित कोयला नगर हाईवे पर एक महिला का शव पड़ा मिला। पुलिस व फॉरेंसिक टीम ने पड़ताल की। गला घोटकर हत्या करने की बात सामने आई। चकेरी पुलिस ने शिनाख्त की कोशिश शुरू की, तबतक ममता के स्वजन ने धर्मेंद्र के चाचा महेंद्र को फोन मिलाया। नंबर मिलने पर पनकी पुलिस ने मोबाइल फोन पर धर्मेंद्र से बात की तो वह कुछ ही देर में थाने पहुंच गया। पूछताछ में उसने पत्नी की गला घोटकर हत्या कर शव हाईवे किनारे फेंकने की बात कही।

ऑटो पंचर होने से शव गंगा में नहीं बहा सके

एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि आरोपित ने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया है। पूछताछ में धर्मेंद्र यही कहता रहा कि उसने अकेले ही वारदात को अंजाम दिया है, मगर देर रात पुलिस ने पूरे घटनाक्रम का पर्दाफाश कर दिया। पुलिस के मुताबिक ममता को लेकर धर्मेंद्र पहले माल रोड पहुंचा, जहां दोनों घूमे फिरे और मॉल में शॉपिंग की। इसके बाद दोनों कैंट साइड रेलवे स्टेशन पहुंचे। धर्मेंद्र के साथी कल्लू और आशू आटो लेकर खड़े थे।

आशू ड्राइविंग सीट पर बैठा, जबकि पीछे वाली सीट पर ममता बीच में बैठी और कल्लू व धर्मेंद्र बगल में बैठ गए। आटो रामादेवी से होते हुए बर्रा पहुंचा। बर्रा में सड़क पर सूनसान देखकर धर्मेंद्र ने ममता पर हमला बोला। ममता चिल्लाई तो कल्लू ने मुंह बंद कर लिया। इसके बाद धर्मेंद्र ने ममता के दुपट्टे से ही उसका गला घोट दिया। शव को गंगा में बहाने की योजना थी, मगर कोयला नगर के पास आटो पंचर हो गया। ऐसे में वह शव को हाईवे किनारे छोड़ फरार हो गए।

पति बोला- कोई रास्ता नहीं था

पुलिस की पूछताछ में धर्मेंद्र ने ममता पर ही दोष मढ़े। बोला, ममता शादी के बाद घर का पूरा सोना लेकर मायके चली गई थी। उसकी वजह से मां-बाप छूट गए और उन्होंने उसे बेदखल कर दिया। अब पांच लाख रुपये भी देने थे। इसीलिए उसने हत्या करने का फैसला लिया, क्योंकि इसके अलावा उसके पास कोई रास्ता नहीं था।

धोखाधड़ी में गया था जेल

एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि धर्मेंद्र रेल बाजार से धोखाधड़ी के मामले में जेल गया था। छह महीने तक जेल में रहा। बाद में किन्नरों ने ही पैरवी करके उसे जेल से रिहा कराया था।