किदवई नगर क्षेत्र में दीप तिराहे से एच-ब्लाक शनिदेव मंदिर सर्वाधिक लूटपाट वाला स्थान है। अक्सर यहां चेन और पर्स लूट की वारदातें होती हैं। लुटेरों की धर पकड़ के लिए दीप तिराहे से एच-ब्लाक शनिदेव मंदिर के बीच में सड़क की दोनों लेन में करीब 15 ऊंचे स्पीड ब्रेकर बनाए गए थे। पूर्व में इन ब्रेकरों में अक्सर दो पहिया और चार पहिया वाहन उछल कर अनियंत्रित हो जाते थे। इसकी रोकथाम के लिए इसमें जेब्रा पट्टियां बनवाई गई थीं। समय बीतने के साथ जेब्रा पट्टियां अब खत्म हो चुकी हैं। वाहन चलाते वक्त ब्रेकर कब आ जाए इसका पता नहीं लगता। सर्दी के मौसम में इस क्षेत्र में हरियाली अधिक होने के चलते कोहरा घना होता है। घने कोहरे में अगर ब्रेकर नजर नहीं आएंगे और हादसे का सबब बनेंगे। हादसों को रोकने और मार्ग प्रकाश की व्यवस्था के लिए कुछ साल पहले यहां डिवाइडर बनाने के साथ ही स्ट्रीट लाइट के पोल भी लगाए गए थे।
इसी रास्ते में पड़ते कई स्कूल
दीप तिराहे से एच-ब्लाक शनिदेव मंदिर के बीच कई स्कूल और अस्पताल पड़ते हैं। अस्पतालों में दिन रात लोगों की आवाजाही रहती है। बीते वर्ष भी यहां बड़ा हादसा हुआ था। स्कार्पियो और कार की भिड़ंत में स्कार्पियो सवार की मौत हुई थी, जबकि कई घायल हुए थे। यह हादसा भी घने कोहरे में ही हुआ था।
कानपुर,अमन यात्रा । लुटेरों की धरपकड़ के लिए किदवई नगर क्षेत्र में बनाए गए स्पीड ब्रेकर सर्दी के मौसम में अब हादसों का सबब बनेंगे। क्योंकि इस पर बनाई गई जेब्रा पट्टियां अब मिट चुकी है, जिससे वाहन चलाने के दौरान अचानक ब्रेकर का अंदाजा नहीं लगता।