उन्नाव, अमन यात्रा । खांसी का नकली सिरप बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर गंगाघाट कोतवाली पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तीन संचालकों को गिरफ्तार कर लिया। शक्तिनगर मुहल्ले में चल रही फैक्ट्री से तैयार नकली सिरप, शीशियां व पैकिंग मशीन आदि बरामद किए गए हैैं। छापेमारी के दौरान दो युवक मौके से भाग निकले।
गंगाघाट कोतवाल अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि नकली सिरप के साथ पकड़े गए लोगों में सोनू तिवारी, अजय बाजपेयी निवासी शक्तिनगर और गौरव सिंह निवासी ब्रह्मनगर हैं । इनके पास से 13 गत्तों में 100 एमएल की 1540 शीशी खांसी का सिरप जिन पर एक कंपनी का रैपर है बरामद की गई हैं। एक गत्ते में 30 शीशियां 100 एमएल की बिना रैपर व दो प्लास्टिक की बोरियों में 536 खाली शीशियां व उनके ढक्कन और एक पैकिंग मशीन बरामद की गई है। युवकों के पास से एक कार भी मिली है ।
इन लोगों के पास सिरप बनाने का कोई लाइसेंस नहीं मिला। भागे आरोपित विकास गुप्ता निवासी ब्रह्मनगर व फैज निवासी इंदिरानगर हैं। उनकी तलाश की जा रही है। छापेमारी करने वाली टीम में औषधि निरीक्षक उन्नाव अजय कुमार संतोषी, औषधि निरीक्षक सीतापुर नवीन कुमार, उप निरीक्षक रोहित पांडेय व अबू मोहम्मद कासिम, कांस्टेबल मुकेश मिश्रा, कृष्ण प्रताप व राजेश कुमार शामिल रहे।
किराए के कमरे में चल रहा था काला धंधा : सोनू ने शक्ति नगर में ही किराये का कमरा लिया था और नकली दवा बनाने का काला धंधा कर रहा था। इसमें उसके कई गुर्गे भी शामिल थे । बालूघाट चौकी इंचार्ज रोहित पांडेय ने बताया कि उसने करीब एक माह पहले ही कमरा लिया था।
सेहत के लिए हानिकारक : पीएचसी प्रभारी डा.ज्ञान प्रकाश का कहना है कि नकली सिरप में ज्यादातर चाशनी, सस्ती व गुणवत्ताहीन दर्दनिवारक दवाओं का उपयोग होता है । जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।