कानपुर, अमन यात्रा। शासन के अफसर चाहते हैं, कि परिषदीय व उच्च परिषदीय विद्यालयों में कायाकल्प का काम तेजी से हो जाए, पर जिला स्तर पर अफसर बहुत लापरवाही बरत रहे हैं। अगर कानपुर मंडल में हर जिले की स्थिति देखी जाए तो कानपुर का प्रदर्शन एक बार फिसड्डी रहा। मंडल के छह जिलों में कानपुर नगर के महज 48 फीसद स्कूलों में काम कराया गया। जबकि 52 फीसद स्कूलों में अफसर झांकने तक का समय नहीं निकाल पाए। एडी बेसिक केसी भारती ने जब पूरे मंडल की रिपोर्ट तैयार कराई तो यह हकीकत सामने आई। दरअसल स्कूलों में अगर कायाकल्प का काम पूरा हो जाए तो इनकी तस्वीर पूरी तरह से बदल सकती है। हालांकि पिछले कई माह से जनपद की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है।
एडी बेसिक ने की थी बैठक
कुछ दिनों पहले स्कूलों में कायाकल्प की स्थिति को लेकर एडी बेसिक केसी भारती ने बैठक की थी। सभी जिलों के बीएसए को निर्देशित किया गया था कि कायाकल्प के काम को गंभीरता से लें। हालांकि अब भी स्थिति नहीं सुधरी।
एक नजर आंकड़ों पर
जिला कुल स्कूल काम हुआ फीसद
इटावा 1443 1248 86.49
औरैया 1451 1005 69.26
कन्नौज 1459 952 65.25
कानपुर नगर 1791 869 48.52
फर्रुखाबाद 1576 805 51.08
कानपुर देहात 1920 1215 63.28