कार्यालयों में तैनात शिक्षकों की होगी स्कूल वापसी, महानिदेशक की फटकार के बाद अब बीएसए किसी भी शिक्षक के संबद्ध न होने का देंगे प्रमाणपत्र
बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यालयों में बाबूगिरी कर रहे शिक्षकों की स्कूल वापसी होगी। स्कूल शिक्षा महानिदेशालय की ओर से सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) से ऐसे शिक्षकों का ब्योरा मांगा गया है। बीते 28 मार्च को भी पत्र जारी कर सभी जिलों से ऐसे शिक्षकों के बारे में जानकारी मांगी गई थी लेकिन किसी भी जिले ने जानकारी नहीं दी
कानपुर देहात। बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यालयों में बाबूगिरी कर रहे शिक्षकों की स्कूल वापसी होगी। स्कूल शिक्षा महानिदेशालय की ओर से सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) से ऐसे शिक्षकों का ब्योरा मांगा गया है। बीते 28 मार्च को भी पत्र जारी कर सभी जिलों से ऐसे शिक्षकों के बारे में जानकारी मांगी गई थी लेकिन किसी भी जिले ने जानकारी नहीं दी। ऐसे में अब दोबारा पत्र जारी कर सभी जिलों के बीएसए को कड़ी फटकार लगाई गई है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की ओर से प्रोफार्मा जारी कर ऐसे शिक्षकों की जानकारी मांगी गई है जो कार्यालयों में संबद्ध हैं। शिक्षक का नाम, किस स्कूल में उसकी मूल तैनाती है, कार्यालय का नाम जहां पर वह तैनात है और कितने समय से वह वहां काम कर रहा है इसकी संपूर्ण जानकारी मांगी गई है। अभी करीब तीन हजार से अधिक शिक्षक बीआरसी केंद्रों, बीएसए, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) और राज्य परियोजना कार्यालय सहित विभिन्न कार्यालयों में कार्यरत हैं। शिक्षकों की कमी से परिषदीय स्कूल जूझ रहे हैं।सभी बीएसए को इस आशय का प्रमाण पत्र भी देना होगा कि जिले के सभी शिक्षक अपने मूल विद्यालय में ही कार्यरत हैं। उन्हें किसी अन्य विद्यालय, कार्यालय व संस्थान आदि में संबद्ध नहीं किया गया है। साथ ही इसकी सूचना निर्धारित फार्मेट पर तीन दिन में उपलब्ध करानी होगी।