कोष व प्रकाषन अनुदान योजना हेतु करें आवेदन : जिलाधिकारी
जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि उ0प्र0 हिन्दी संस्थान द्वारा साहित्यकार कल्याण कोष योजनान्तर्गत 60 वर्ष से अधिक आयु के विषम आर्थिक स्थिति ग्रस्त या रूग्ण ऐसे साहित्यकारो को जिनकी वार्षिक आय (समस्त स्रोतो से) रू0 05 लाख से अधिक नहीं है, उन्हें अधिकतम रू0 50 हजार अनावर्तक आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है तथा प्रकाषन अनुदान योजनान्तर्गत ऐसे रचनाकारो को जिनकी वार्षिक आय (समस्त स्रोतो से) रू0 05 लाख से अधिक नहीं है।
मेरठ, अमन यात्रा : जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि उ0प्र0 हिन्दी संस्थान द्वारा साहित्यकार कल्याण कोष योजनान्तर्गत 60 वर्ष से अधिक आयु के विषम आर्थिक स्थिति ग्रस्त या रूग्ण ऐसे साहित्यकारो को जिनकी वार्षिक आय (समस्त स्रोतो से) रू0 05 लाख से अधिक नहीं है, उन्हें अधिकतम रू0 50 हजार अनावर्तक आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है तथा प्रकाषन अनुदान योजनान्तर्गत ऐसे रचनाकारो को जिनकी वार्षिक आय (समस्त स्रोतो से) रू0 05 लाख से अधिक नहीं है। कुल प्रकाषन पर होने वाले व्यय का तीन चैथाई भाग, जो रू0 30 हजार से अधिक नहीं होगा। उनकी पाण्डुलिपि के मुद्रण/प्रकाषन हेतु प्रकाषन अनुदान प्रदान किया जाता है।
उन्होने बताया कि दिनांक 28 मई 2022 तक दोनो योजनाओं हेतु संस्थान द्वारा प्राविधानित नियमावली के अनुसार साहित्यकार/रचनाकार आवेदन निदेषक, उत्तर प्रदेष हिन्दी संस्थान, राजर्षि पुरूषोत्तमदास टण्डन, हिन्दी भवन, 6-महात्मा गांधी मार्ग, हजरतगंज, लखनऊ-226001 को कर सकते है।