कोलंबिया में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कानपुर के वैज्ञानिक का शोधपत्र सराहा गया
कोलंबिया के कैली में 24 से 28 अगस्त, 2025 तक आयोजित ISSCT (International Society of Sugar Cane Technologists) के 32वें सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर के वैज्ञानिक डॉ. विनय कुमार के शोधपत्र की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना हुई है।

कानपुर: कोलंबिया के कैली में 24 से 28 अगस्त, 2025 तक आयोजित ISSCT (International Society of Sugar Cane Technologists) के 32वें सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर के वैज्ञानिक डॉ. विनय कुमार के शोधपत्र की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना हुई है।
इस प्रतिष्ठित सम्मेलन में लगभग 60 देशों के प्रतिभागियों ने “अकादमिक कार्यसूची” से संबंधित विषयों पर अपने विचार रखे। साथ ही, कृषि उद्योग में स्थिरता, विविधीकरण और डिजिटलीकरण को मजबूत करने संबंधी 100 से अधिक प्रमुख प्रौद्योगिकी ब्रांडों की प्रदर्शनी भी लगाई गई।
राष्ट्रीय शर्करा संस्थान की निदेशक प्रो. सीमा परोहा ने बताया कि उनके संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. विनय कुमार ने इस सम्मेलन में “केन प्रेपरेशन के लिए एक बेहतर इलेक्ट्रिक ड्राइव” नामक शोधपत्र प्रस्तुत किया। यह शोधपत्र डॉ. विनय कुमार के साथ-साथ संजीव कुमार और प्रो. सीमा परोहा द्वारा लिखा गया है। इस शोध को अंतरराष्ट्रीय मंच पर काफी सराहना मिली।
डॉ. परोहा ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह न केवल संस्थान बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व की बात है कि भारतीय वैज्ञानिकों के शोध को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इतनी मान्यता मिल रही है।
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