मझिला थाना क्षेत्र के पांडेयतारा निवासी किसान वैसे तो पुत्री को पढ़ा लिखाकर कुछ बनाने के सपने देख रहा था, लेकिन उसकी पुत्री परिवार के ही आदेश के जाल में फंस गई। बेटी के प्रेम प्रसंग की उसे जानकारी मिली तो उसने विरोध करना शुरू कर दिया था, लेकिन किसी को नहीं पता था कि इतना बड़ा कदम उठा लेगा। वह तो मौके की तलाश में था। उसे पता था कि घर में जब कोई नहीं होता है तो आदेश बेटी से मिलने आता है।

 

बुधवार दोपहर को वही हुआ, जैसे ही वह कमरे में पहुंचा तो बेटी के साथ आदेश को देखकर उसका खून खौल गया। वह बेटी के साथ आदेश को भी मारना चाहता था, लेकिन वह भाग गया तो बेटी का सिर काट लिया। कटे सिर के संभालता रहा बाल हाथ में कटा सिर लेकर थाने के पास पहुंचे आरोपित को पुलिस ने रोककर सिर रखने को कहा।

मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार उसने बहुत ही तसल्ली से सिर को जमीन पर रखा, चोटी पकड़े होने से बाल चेहरे पर आ गए तो आराम से चेहरे से बाल हटाए। फारेंसिक टीम भी मौके पर बुलाई गई। मां बोली पता होता तो अकेले न छोड़ते बेटी घरवालों को नहीं पता था कि इतना बड़ा कांड हो जाएगा।

 

रोती हुई मां और दादी पुलिस को यही बताती रहीं कि उन्हें कुछ पता नहीं था। उनके सामने तो उसने मारपीट तक नहीं की, अगर यह पता होता तो वह बेटी को अकेला छोड़कर खेत नहीं जाती। मृतका की मां, दादी और बहन, भाई बदहवास से हो गए हैं।