क्लिक कर जान लीजिए साइबर फ्रॉड से बचने का तरीका, नहीं तो बाद में होगा पछतावा
आज ज्यादातर लोग सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं. सोशल मीडिया पर फेक आईडी बनाकर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में लोगों को अपनी प्रोफाइल की गोपनीयता के बारे में जानकारी होना जरूरी है. इंटरनेट इस्तेमाल करते वक्त समझदारी से काम लें.
जितनी तेजी से हम डिजिटल दुनिया की ओर बढ़ रहे हैं उसी गति से साइबर अपराध में भी बढ़ा है. नए तरीके के इन अपराधों ने पुलिस के सामने भी बड़ी चुनौतियां खड़ी की हैं. पिछले तीन सालों के आंकड़ों पर गौर करें तो साइबर क्राइम के मामले तेजी से बढ़े हैं. साल 2018 से 2020 तक के साइबर अपराधों पर नजर डालें तो ये मामले तीन गुना से ज्यादा बढ़े हैं.
साइबर सेल में आई शिकायतें
– 2018 मे 736 शिकायतें
– 2019 में 1308 शिकायतें
– 2020 में 2119
लोगों को रहना होगा सतर्क
आंकड़ों पर गौर करें तो वो दिन दूर नहीं जब राजधानी देहरादून साइबर क्राइम की कैपिटल बन जाएगी. वहीं, साइबर क्राइम पुलिस और एसटीएफ का कहना है कि उनकी तरफ से शिकायतों पर जहां लगातार कार्रवाई की जा रही है वहीं लोगों को भी जागरूक रहने के लिए कहा जा रहा है. एएसपी एसटीएफ चंद्र मोहन सिंह ने बताया की आज नए-नए तरीके से साइबर अपराध पनप रहा है और ऐसे में लोगों को बेहद सतर्कता के साथ रहने की जरूरत है.
क्या है साइबर अपराधों का लेटेस्ट ट्रेंड, कैसे हो रहा है साइबर क्राइम
– सरकारी नौकरी दिलाने के मान पर बेरोजगारों को झांसे में लिया जा कहा है.
– कौन बनेगा करोड़पति में पैसे जीतने के लिए की जा रही है फर्जी कॉल
– खुद को बैंक अधिकारी बताकर जान लेते हैं ओटीपी
– लॉटरी बताकर कस्टम चार्ज के नाम पर ठगी
– क्यूआर कोड भेजकर लोगों से ठगी
प्रोफाइल की गोपनीयता है जरूरी
साइबर क्राइम के सीओ अंकुश मिश्रा ने बताया की आज ज्यादातर लोग सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं. सोशल मीडिया पर फेक आईडी बनाकर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में लोगों को अपनी प्रोफाइल की गोपनीयता के बारे में जानकारी होना जरूरी है. क्योंकि, साइबर ठग सेम प्रोफाइल बनाकर जानने वालों से पैसे की डिमांड करते हैं. इसके साथ ही बेरोजगारों को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर भी लगातार कई शिकायतें साइबर क्राइम को मिल रही हैं. बेरोजगार युवक और युवतियों से अपराधी लाखों रुपये ठग लेते हैं.
साइबर अपराध से खुद को कैसे बचाएं
– अपनी व्यक्तिगत जानकारी कभी भी फोन पर साझा ना करें.
– बैंक आपसे फोन पर कोई भी जानकारी कभी नहीं लेता.
– गूगल पर मौजूद कस्टमर केयर नंबरें पर भरोसा ना करें.
– अपने एटीएम कार्ड की जानकारी किसी से शेयर ना करें.
– सोशल मीडिया पर किसी अंजान व्यक्ति/महिला से दोस्ती ना करें.
रहें सतर्क
साइबर क्राइम के बढ़ते इस दौर में जरूरत है कि तकनीक और इंटरनेट का इस्तेमाल करते वक्त अतिरिक्त समझदारी दिखाई जाए. एक गलती आपकी मेहनत की कमाई को साइबर ठगों के खाते में पहुंचा देगी. साइबर ठगों के निशाने पर अब ज्यादातर भोले-भाले लोग हैं जो आसानी से उनकी बातों में आ जाते हैं. एबीपी गंगा आपसे अपील करता है की डिजिटल के दौर में साइबर अपराधों से बचने के लिए जागरूक रहें, सतर्क रहें और अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन पर ऐसे लोगों की जानकारी जरूर दें जो आपसे ठगी करने का प्रयास कर रहे हैं.