क्षय रोग मुक्त भारत अभियान में ग्राम पंचायतों की अहम भूमिका
मलासा विकास खंड में क्षय रोग को मिटाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। विकास खंड सभागार में आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव और पंचायत सहायकों को क्षय रोग से जुड़ी सभी जानकारी दी गई।
- क्षय रोग मुक्त ग्राम पंचायत बनाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
- क्षय रोग मुक्त ग्राम पंचायत बनाने की दिशा में बड़ा कदम!
कानपुर देहात: मलासा विकास खंड में क्षय रोग को मिटाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। विकास खंड सभागार में आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव और पंचायत सहायकों को क्षय रोग से जुड़ी सभी जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्राम पंचायतों को क्षय रोग मुक्त बनाना है।
क्या है क्षय रोग?
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर विकास कुमार ने क्षय रोग के कारण, लक्षण, जांच और उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि क्षय रोग एक संक्रामक बीमारी है जो मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करती है। इस बीमारी से जुड़ी कई भ्रांतियाँ भी दूर की गईं।
ग्राम पंचायतों की भूमिका
सहायक विकास अधिकारी पंचायत श्री आदित्य शुक्ला ने ग्राम प्रधानों और सचिवों से अपील की कि वे ग्राम पंचायत की बैठकों में क्षय रोग उन्मूलन पर चर्चा करें। उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति में क्षय रोग के लक्षण दिखाई दें तो उसे तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया जाए।
टीबी मुक्त पंचायत की कार्ययोजना
जिला क्षय रोग केंद्र के पीपीएम समन्वयक अनुराग तिवारी ने बताया कि प्रत्येक ग्राम पंचायत को अपनी विकास योजना में टीबी मुक्त पंचायत की कार्ययोजना को भी शामिल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रति 1000 की आबादी पर कम से कम 30 लोगों की क्षय रोग जांच करानी चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि क्षय रोग के मरीजों को निक्षय पोषण योजना के तहत पोषण सहायता प्रदान की जाती है।
ग्राम प्रधानों का उत्साह
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में ग्राम पंचायत धार की ग्राम प्रधान वंदना पांडेय, ग्राम पंचायत मोहम्मदपुर के ग्राम प्रधान ओंकार सिंह और कैलई की ग्राम प्रधान सुधा सचान सहित कई अन्य ग्राम प्रधानों ने भाग लिया। सभी ने इस पहल का स्वागत किया और अपने-अपने गांवों को क्षय रोग मुक्त बनाने का संकल्प लिया।
आगे का रास्ता
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम क्षय रोग उन्मूलन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे ग्राम पंचायतों में क्षय रोग के बारे में जागरूकता बढ़ेगी और मरीजों को समय पर उपचार मिल सकेगा।
आप क्या कर सकते हैं?
- अपने आस-पास के लोगों को क्षय रोग के बारे में जागरूक करें।
- यदि आपको क्षय रोग के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- क्षय रोग के मरीजों का सहयोग करें।
एकजुट होकर हम क्षय रोग को हरा सकते हैं!