अमन यात्रा, कानपुर देहात। बेसिक शिक्षा विभाग के लिपिकीय कार्य संपादन हेतु लगाई गई कार्यालय सहायक कल्पना सचान खंड शिक्षा अधिकारी के आदेश को नहीं मानती हैं। खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा कार्यमुक्त किए जाने के बाद भी वे प्रतिदिन बीआरसी में पहुंचकर रजिस्टर में सिग्नेचर कर रही हैं जबकि खंड शिक्षा अधिकारी ने कार्यों में रुचि न लेने, उच्च अधिकारियों को सही सूचना न देने, अधिकांशत: लेट लतीफ आने एवं कायाकल्प जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में सहयोग प्रदान न करने के कारण उन्हें मूल विद्यालय के लिए कार्यमुक्त कर दिया है लेकिन वह अभी तक अपने मूल विद्यालय में कार्यभार ग्रहण नहीं कर रहीं हैं बल्कि बीआरसी में ही बने रहने के लिए दबाव बना रही हैं।
खंड शिक्षा अधिकारी अजब सिंह ने बताया कि विभागीय कार्यों में रुचि न लेने के कारण कल्पना सचान को उनके मूल विद्यालय में भेज दिया है लेकिन वह अपने मूल विद्यालय में कार्यभार ग्रहण नहीं कर रही हैं इस बाबत संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक को निर्देश दिया है कि जिस दिन वह विद्यालय न आए उपस्थिति रजिस्टर में उनका अनुपस्थिति दर्ज करें ताकि अग्रिम कार्यवाही की जा सके।
बताते चलें जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के आदेश के क्रम में ब्लॉक संसाधन केंद्र में कार्य की अधिकता होने के कारण कल्पना सचान को बीआरसी कार्यालय में कार्यालय सहायक के पद पर सम्बद्ध किया गया था। वर्तमान में कायाकल्प का कार्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता पर है किन्तु कल्पना सचान द्वारा अद्यतन कोई सूचना अपडेट नहीं की जा रही है और न ही उनके द्वारा उच्च अधिकारियों को सही सूचना प्रेषित की जा रही है एवं साथ ही कार्यालय में अनुपस्थित रहना तथा दूसरे दिन आकर कार्यालय में उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर करना उनकी आदत में है साथ ही कार्यों के प्रति शिथिलता बरती जा रही है जिससे कार्यालय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है एवं जिस कारण उच्चाधिकारियो को समय से सही सूचना साझा नहीं हो पा रही है। इसको दृष्टिगत रखते हुए खंड शिक्षा अधिकारी अजब सिंह ने कल्पना सचान को ब्लॉक संसाधन केंद्र सरवनखेड़ा से कार्यमुक्त कर दिया है है और उन्हें अपने मूल विद्यालय में कार्यभार ग्रहण करने के निर्देश दिए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग के बीआरसी कार्यालयों में लिपिकों का टोटा था। कई-कई ब्लॉकों का चार्ज एक एक लिपिक के ऊपर था जिसके चलते समय से काम नहीं हो पाता था। शासन ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की योग्यता का फायदा उठाने की सोची और स्नातक एवं कंप्यूटर में दक्षता रखने वाले तीन-तीन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को बीआरसी कार्यालय में अटैच किया गया, साथ ही उन्हें विभाग की तरफ से लिपिकीय कार्य का प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया ताकि वे बेहतर तरीके से कार्य कर सकें लेकिन कई जगह ऐसी स्थिति हो गई की चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी विभागीय कार्यों में रुचि लेते नहीं दिखाई दे रहे थे जिससे खंड शिक्षा अधिकारियों को भी कार्य करने में असुविधा हो रही थी। विभागीय अधिकारियों तक इसकी खबर पहुंची तो उन्होंने संज्ञान लेते हुए संतोषजनक कार्य न करने वाले चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को हटाकर उनकी जगह नए कर्मियों को लगाने का आदेश दिया है।
शुक्रवार को कल्पना सचान बीएसए कार्यालय अपने आदेश को निरस्त करने के लिए पहुंची तो बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने रोष व्यक्त किया और कड़ी फटकार लगाते हुए मूल विद्यालय में कार्यभार ग्रहण करने हेतु निर्देशित किया और चेतावनी दी कि अगर तीन दिवस के अंदर अपने मूल विद्यालय में कार्यभार ग्रहण नहीं किया तो वेतन अवरुद्ध कर दिया जाएगा और अन्य विभागीय कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
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