खंड शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में प्रत्येक माह होगा शिक्षा चौपाल का आयोजन
सभी परिषदीय स्कूल अपने क्षेत्र में शिक्षा चौपाल लगाएंगे। सभी खंड शिक्षाधिकारी, एआरपी और प्रधानाध्यापक बैठक कर इसकी कार्य योजना तैयार करेंगे।
लखनऊ/ कानपुर देहात। सभी परिषदीय स्कूल अपने क्षेत्र में शिक्षा चौपाल लगाएंगे। सभी खंड शिक्षाधिकारी, एआरपी और प्रधानाध्यापक बैठक कर इसकी कार्य योजना तैयार करेंगे। इस चौपाल का उद्देश्य लोगों को सजग बनाना है।
अभिभावकों को यह भी कहा जाएगा कि वे अधिक से अधिक समय अपने बच्चों को दें और शैक्षणिक गृह कार्य पूरा करने व बच्चों को लिखित कार्य के माध्यम से अभ्यास कराने का भी प्रयास करें। प्रत्येक शिक्षा चौपाल में एआरपी व शिक्षक संकुल भी शामिल होंगे। कक्षा कक्ष में सुधार के लिए विद्यालयों में शिक्षकों द्वारा अभिभावकों को छोटे छोटे समूहों में बुलाकर अथवा गृह भ्रमण कर विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा भी की जाएगी।
निपुण भारत मिशन के लक्ष्य को प्राप्त करने तथा जनसमुदाय की भागीदारी बढ़ाने के लिये प्रत्येक माह खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा शिक्षा चौपाल के आयोजन के निर्देश महानिदेशक द्वारा दिए गए हैं।
खण्ड शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में प्रत्येक माह विकासखण्ड के 3 ग्रामों में शिक्षा चौपाल का आयोजन किया जायेगा। चौपाल में अधिक से अधिक जनभागीदारी हेतु खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के एक सप्ताह पूर्व कार्यक्रम स्थल एवं तिथि का निर्धारण करते हुए अपने विकासखण्ड में व्यापक प्रचार-प्रसार करना होगा तथा संबंधित शिक्षकों एवं अभिभावकों को पूर्व सूचना प्रेषित कर आमंत्रित भी करना होगा। चौपाल की समयावधि लगभग 1 घण्टे की होगी। चौपाल की तैयारी हेतु एआरपी से अपेक्षित सहयोग प्राप्त करते हुए कार्यक्रम का सफल संचालन किया जायेगा। चौपाल में स्थानीय जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी, प्रबुद्ध वर्ग, मीडिया प्रतिनिधि आदि को भी आमंत्रित किया जायेगा। शिक्षा चौपाल के दौरान शिक्षकों द्वारा अभिभावकों एवं विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों को जागरूक करते हुए अपने विद्यालय को निपुण बनाने की स्पष्ट समय-सीमा निर्धारित की जायेगी।
शिक्षा चौपाल में निपुण लक्ष्य प्राप्त करने वाले विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों, अभिभावकों, विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों को सम्मानित भी किया जायेगा एवं उनके विशिष्ट सहयोग तथा सफलता की कहानियों को भी साझा किया जायेगा। विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को भी शिक्षा चौपाल में आमंत्रित कर सम्मानित किया जायेगा। खंड शिक्षा अधिकारी को प्रत्येक माह 3 अलग अलग गावों में शिक्षा चौपाल अनिवार्य रूप से लगानी होगी।