खबर का हुआ असर, परिषदीय स्कूलों में रखे जाएंगे सफाई कर्मी एवं चौकीदार
जिले की सरकारी पाठशालाओं में स्वच्छता अभियान राम भरोसे है। जिले के 1925 स्कूल आज भी सफाई कर्मचारी के लिए तरस रहे हैं। इन स्कूलों में साफ-सफाई की जिम्मेदारी स्कूलों के शिक्षकों को ही उठानी पड़ती है।

- परिषदीय स्कूलों की साफ सफाई व्यवस्था को लेकर जनपद के विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों का मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान
- सभी परिषदीय स्कूलों में रखे जाएंगे सफाई व सुरक्षा कर्मी
राजेश कटियार, लखनऊ / कानपुर देहात। जिले की सरकारी पाठशालाओं में स्वच्छता अभियान राम भरोसे है। जिले के 1925 स्कूल आज भी सफाई कर्मचारी के लिए तरस रहे हैं। इन स्कूलों में साफ-सफाई की जिम्मेदारी स्कूलों के शिक्षकों को ही उठानी पड़ती है। भले ही स्वच्छ भारत मिशन में हर ओर साफ सफाई के दावे किए जाते हों मगर परिषदीय स्कूलों की हकीकत इससे अलग है।
हालात ऐसे हैं कि परिषदीय स्कूलों में सफाई कर्मचारियों की तैनाती है नहीं ग्राम पंचायत में तैनात सफाई कर्मचारी स्कूलों की सफाई के लिए लगाये गए हैं परंतु वे कभी स्कूलों में जाते ही नहीं हैं। लंबे अर्से से इन स्कूलों में रात्रि चौकीदार व सफाई कर्मचारी की तैनाती की मांग शिक्षक एवं विभिन्न शिक्षक संगठन करते रहे हैं। इस खबर को जनपद के करीब समस्त समाचार पत्रों ने कई बार प्रमुखता से प्रकाशित किया है जिसका कि मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेते हुए प्रत्येक स्कूल में सफाई कर्मी एवं सुरक्षा कर्मी रखने का निर्णय लिया है जल्द ही इसका विज्ञापन जारी किया जाएगा। प्रत्येक परिषदीय विद्यालय में एक सफाई कर्मी और एक सुरक्षा कर्मी संविदा पर भर्ती किए जाएंगे। प्रदेश के 1.36 लाख परिषदीय स्कूलों में 2.72 लाख सफाई कर्मी और सुरक्षा कर्मियों की नियुक्ति होगी।
अब स्कूलों में साफ-सफाई के साथ सुरक्षा व्यवस्था को भी चाक-चौबंद किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा इस प्रस्ताव को रखा गया है। कायाकल्प अभियान के तहत स्कूलों की सूरत बदलने के साथ-साथ अब वहां साफ-सफाई और सुरक्षा पर भी पूरा जोर दिया जा रहा है। अभी स्कूलों में सफाई कर्मी न होने परशिक्षकों को कठिनाई होती है।मजबूरी में कई बार शिक्षक खुद और कई बार वह छात्रों से भी सफाई करवाते हैं। छात्रों से सफाई करवाने के आरोप में प्रधानाध्यापक पर कार्यवाही हो जाती थी। इसे लेकर कई स्कूलों में विवाद भी हुआ है। इन भर्तियों से अब विद्यालय का प्रांगण साफ-सुथरा रहेगा। अच्छे वातावरण में विद्यार्थी बेहतर ढंग से पढ़ाई कर सकेंगे। वहीं सुरक्षा की व्यवस्था न होने से मिड-डे-मील के बर्तन सहित कई कीमती सामान स्कूलों से आए दिन चोरी होते हैं। अब 24 घंटे सुरक्षा व्यवस्था होने से चोरी की घटनाओं पर भी लगाम लगेगी। इन पदों पर संविदा पर भर्ती होगी, इन कर्मियों को करीब नौ हजार रुपये प्रति माह तक मानदेय देने की तैयारी है।
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