खुशखबरी : एक कदम और आगे बढ़ा सेक्टर-142 मेट्रो प्रोजेक्ट, 80 हजार यात्रियों की राइडरशिप रहने की संभावना
नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) की महत्वाकांक्षी परियोजना सेक्टर-142 से सेक्टर-38ए बॉटनिकल गार्डन तक मेट्रो रूट अब एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ चुकी है। प्रदेश सरकार ने इस रूट की फाइल को मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के पास भेज दिया है और अगले कुछ महीनों में इस रूट को केंद्र से मंजूरी मिलने की उम्मीद है
नोएडा। नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) की महत्वाकांक्षी परियोजना सेक्टर-142 से सेक्टर-38ए बॉटनिकल गार्डन तक मेट्रो रूट अब एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ चुकी है। प्रदेश सरकार ने इस रूट की फाइल को मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के पास भेज दिया है और अगले कुछ महीनों में इस रूट को केंद्र से मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
केंद्र से मंजूरी का इंतजार
केंद्र से मंजूरी मिलने के बाद एनएमआरसी इस परियोजना के निर्माण के लिए टेंडर जारी करेगा। इस रूट पर मेट्रो चलने से नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच यात्रा करना और भी सुविधाजनक हो जाएगा। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) के अनुसार इस रूट पर मेट्रो चलने के पहले चरण में करीब 80 हजार यात्रियों की राइडरशिप रहने की संभावना है।
2,254 करोड़ 35 लाख रुपये लागत आएगी
पिछले साल दिसंबर में इस रूट की डीपीआर को एनएमआरसी ने अपनी बोर्ड बैठक में मंजूरी दे दी थी। इसके बाद जनवरी में इसे प्रदेश सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजा गया था। यूपी कैबिनेट ने पिछले महीने 25 जून को इसे मंजूरी दे दी थी। यह नया रूट एक्वा लाइन का एक्सटेंशन होगा और इसके बनने से बॉटनिकल गार्डन एक बड़ा जंक्शन बन जाएगा। यहां से ब्लू, मजेंटा और एक्वा लाइन रूट के लिए मेट्रो मिलेगी। एनएमआरसी के अधिकारियों के अनुसार, मेट्रो का नया रूट 11.56 किलोमीटर लंबा होगा और इस पर आठ मेट्रो स्टेशन एलिवेटेड बनाए जाएंगे। इस परियोजना की अनुमानित लागत करीब 2254 करोड़ 35 लाख रुपये है।
अब क्या होगा खास
योजना के अनुसार बॉटनिकल गार्डन और सेक्टर-44 के मेट्रो स्टेशन को छोड़कर बाकी सभी छह स्टेशन एक्सप्रेसवे के पास सेक्टर रोड पर बनाए जाएंगे। इसके अलावा एक्सप्रेसवे और सर्विस रोड को जोड़ने के लिए फुटओवर ब्रिज भी बनाए जाएंगे। इस परियोजना से नोएडा और ग्रेटर नोएडा के निवासियों को बेहतर और सुविधाजनक परिवहन सुविधा मिलेगी, जिससे दोनों शहरों के बीच कनेक्टिविटी में सुधार होगा और यातायात की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी। मेट्रो रूट के इस विस्तार से नोएडा में यातायात के नए आयाम जुड़ेंगे और क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी।