गर्मी के मौसम में बहनें वाली हीट वेव (लू) के दृष्टिगत सूरक्षा एवं बचाव हेतु जारी दिशा-निर्देश।
गर्मी के मौसम में बहनें वाली हीट वेव (लू) के दृष्टिगत सूरक्षा एवं बचाव हेतु जारी दिशा-निर्देश। उपरोक्त जानकारी देते हुए अपर जिलाधिकारी (वि०/रा०) कानपुर देहात केशव नाथ गुप्ता ने बताया कि "क्या करें और क्या न करें"
कानपुर देहात। गर्मी के मौसम में बहनें वाली हीट वेव (लू) के दृष्टिगत सूरक्षा एवं बचाव हेतु जारी दिशा-निर्देश। उपरोक्त जानकारी देते हुए अपर जिलाधिकारी (वि०/रा०) कानपुर देहात केशव नाथ गुप्ता ने बताया कि “क्या करें और क्या न करें” समस्त लोगो के लिए- रेडियों, टीवी और समाचार पत्रों के माध्यम से स्थानीय मौसम एवं तापमान की जानकारी रखें। पर्याप्त एवं नियमित अन्तराल पर पानी पीते रहें, सफर में अपने साथ पीने का पानी हमेंशा रखें। स्वयं को हाइड्रेड रखनें के लिए ओ०आर०एस० घोल, नारियल पानी, लस्सी, माड़ (चावल का पानी), नींबू पानी, छाछ, आम का पन्ना आदि पेय पदार्थ का इस्तेमाल करें।
हल्के रंग के ढीले-ढाले और सूती कपड़े पहनें।धूप में बाहर निकलते समय अपना सिर ढ़क कर रखें। यदि कोई वृद्ध पुरुष/महिला गर्मी से बेचैनी या तनाव महसूस कर रहे है तो उन्हे ठंडक देने का प्रयास करें। शिशुओं के लिये उन्हे पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ एवं पानी पिलाएं। बच्चो को हमेशा ठंडे कमरे में रखें। अत्यधिक गर्मी/लू के दौरान शिशुओं में होने वाली बीमारियों के बारे में जानें। यदि बच्चो के पेशाब का रंग गहरा नजर आये तो समझ लें कि बच्चा डिहाईड्रेशन (पानी की कमी) का शिकार है।
क्या न करें
तेज धूप में विशेष रूप से दोपहर 12:00 बजे से 03:00 बजे के बीच बाहर जाने से बचें। भीषण गर्मी में दोपहर के समय अधिक श्रम वाली गतिविधियों को न करें, दोपहर के समय खाना पकाने से बचें, अपने रसोई घर को हवादार बनाये रखने के लिये खिड़की व दरवाजे खुली रखें। शराब, चाय, कॉफी एवं कार्बोनेटेड शीतल पेय पदार्थ का सेवन करने से बचें क्योंकि ये हमारे शरीर को निर्जलित करते है। उच्च प्रोटिन वाले भोजन से बचें एवं बासी भोजन कदापि न करें। अपने बच्चों एवं पशुओं को खडी वाहनो के अन्दर न छोडें।