गोरखपुर फलमंडी में भीषण आग, दर्जनों दुकानें जलकर राख- मुआवजे के लिए हाईवे जाम
फलमंडी में गुरुवार की देर रात आग लग गई। जिसकी चपेट में आने से 19 दुकानों में रखा एक करोड़ रुपये से अधिक का फल व सब्जी जल गया। दमकल की आठ गाड़ियों ने चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घटना से नाराज व्यापारियों ने मुआवजे की मांग को लेकर शुक्रवार की सुबह 8.30 बजे गोरखपुर-लखनऊ हाईवे जाम कर दिया।
गोरखपुर, अमन यात्रा । फलमंडी में गुरुवार की देर रात आग लग गई। जिसकी चपेट में आने से 19 दुकानों में रखा एक करोड़ रुपये से अधिक का फल व सब्जी जल गया। दमकल की आठ गाड़ियों ने चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घटना से नाराज व्यापारियों ने मुआवजे की मांग को लेकर शुक्रवार की सुबह 8.30 बजे गोरखपुर-लखनऊ हाईवे जाम कर दिया।गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के विधायक विपिन सिंह के साथ ही रामगढ़ताल थानेदार व प्रशासन के अधिकारियों ने मुआवजा दिलाने का भरोसा देकर एक घंटे बाद जाम खत्म कराया।
19 दुकानों में रखा एक करोड़ से अधिक का फल व सब्जी जला
गुरुवार की रात में 12.30 बजे फलमंडी स्थित विशाल कुमार-रंजीत कुमार एंड कंपनी, रोशन कुमार-विवेक कुमार एंड कंपनी और सिद्धि विनायक एग्रो फर्म से आग की लपट निकलता देख चौकीदार ने सूचना डायल 112 के साथ ही दुकानदारों को दी। स्थानीय पुलिस व फायर ब्रिगेड की टीम जब तक पहुंची आग की चपेट में 20 दुकानें आ गई। दुकानों में रखा सेव, संतरा, नासपाती,अनार,अन्नास, आलू व प्याज जल गया। आग इतनी बिकराल थी कि दमकल की आठ गाडि़यों को बुझाने में चार घंटे का समय लग गया। मंडी में आग लगने की सूचना मिलते ही सैकड़ों की संख्या में व्यापारी के साथ ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। मुख्य अग्निशमन अधिकारी डीके सिंह ने बताया कि आग लगने कारण की जांच चल रही है। व्यापारियों से जानकारी लेकर नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
छठ की तैयारी में थे व्यापारी, भरी थी पूरी दुकान
व्यापारियों ने बताया कि छठ पर्व की वजह से उन्होंने एक दिन पहले ही बाहर से फल मंगाया था। शुक्रवार की सुबह से ग्राहक खरीदारी करने आने वाले थे, इस वजह से उन्होंने एडवांस में ही फल मंगा लिया। लेकिन अचानक लगी आग में सब जल गया। दीपावली की वजह से कर्मचारी भी घर चले गए थे, इसलिए कुछ भी नहीं बचा।
व्यापारियों की मांग मुआवजा दे सरकार
फलमंडी के व्यापारियों की मांग है कि उनकी जमा पूंजी इस हादसे में खत्म हो गई।सामान के साथ ही दुकान में रखा लेजर बुक भी जल गया जिसमें लेनदेन का हिसाब था। प्रदेश सरकार उनकी समस्या का समाधान कराने के साथ ही नुकसान के हिसाब से मुआवजा मुहैया कराए। जिससे उनका व्यापार चल सके।