गोरखपुर, अमन यात्रा। अपर पुलिस महानिदेशक अखिल कुमार ने गोरखपुर शहर के बेतियाहाता में पैदल गश्त किया। बाद में उन्होंने ट्रांसपोर्ट नगर चौकी में लोगों के साथ मीटिंग किया। एडीजी ने इस दौरान लोगों से पूछा कि आपके क्षेत्र का बीट कांस्टेबल से संपर्क करता है अथवा नहीं। लोगों ने बताया कि पहले कोई संपर्क नहीं कर रहा था, लेकिन अब संपर्क के लिए लोग आ रहे हैं। एडीजी ने एक सिपाही से भी सवाल किया कि क्षेत्र के कितने लोगों को जानते हो।
लोगों ने बताई अपनी समस्याएं
इस दौरान करीब 80 फीसद लोगों ने जाम को लेकर अपनी समस्याएं गिनाईं। कहा कि शहर में वह जाम की समस्या से परेशान हैं। एडीजी ने कहा कि प्रथम चरण में अभी मोहद्दीपुर चौराहे को जाम से मुक्त करने का निर्णय लिया गया है। 10 दिन तक इसे प्रयोग करके देखा जाएगा। पुलिस के प्रयोग में क्या अ’छाई रही। कहां कठिनाई आई, यह जानने की कोशिश की जाएगी। बाद में अन्य चौराहों पर भी इसे लागू किया जाएगा। सड़क के चौराहों पर जेब्रा क्रासिंग, सड़कों की चौड़ाई आदि समस्याएं जिला प्रशासन के संज्ञान में डालकर उसके निस्तारण का प्रयास किया जाएगा।
थाने के सामने 18 घंटे से खड़े ट्रक में मरे मिले 14 गोवंशीय
उधर, गोरखपुर के बेलीपार थाने के सामने रविवार रात से खड़े ट्रक में 14 गोवंशीय मृत मिले हैं। ट्रक रात से थाने के सामने खड़ा रहा। पशु तस्करों ने उसे ठीक करने का भी प्रयास किया, लेकिन पुलिस की उन पर निगाह ही नहीं गई। पुलिस ने 18 घंटे बाद ट्रक पर ध्यान दिया तो पता चला कि ट्रक में 14 गोवंशीयों की मौत हो गई है। 10 गोवंशीय जिंदा हैं, लेकिन उनकी भी स्थिति गंभीर है। पुलिस ट्रक को कब्जे में लेकर छानबीन में जुटी है।
रविवार देर रात एक ट्रक बेलीपार थाने के सामने खराब हो गया। ग्रामीणों के अनुसार सुबह तक पशु तस्करों ने ट्रक को ठीक करने का भी प्रयास किया, जब वह उसे ठीक नहीं करा सके। पकड़े जाने के डर से वह ट्रक छोड़कर फरार हो गये। ट्रक तिरपाल से ढके होने के कारण किसी ने उस पर ध्यान नहीं दिया। शाम करीब साढ़े सात बजे पुलिस तिरपाल हटाकर भीतर देखा तो उसमें गोवंशीय दिखे।
तलाशी के दौरान ट्रक में 14 मृत गोवंशीय व 10 जीवित गोवंशीय मिले। जीवित गोविंशीयों की स्थिति भी गंभीर थी। पुलिस आनन-फानन में पुलिस सेंवई बाजर पशु चिकित्सालय के चिकित्सक डा. शमीम अहमद व डवरपार के पशु चिकित्सक डा. अजय कुमार गौड़ को बुलाकर गोवंशीयों का उपचार कराने में जुटी है। लोगों का यह भी कहना है कि थाने के सामने 18 घंटे तक कोई ट्रक लावारिस स्थिति खड़ा रहे और पुलिस उस पर ध्यान दे, इससे पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़ा होता है। प्रभारी निरीक्षक बेलीपार उपेंद्र मिश्र का कहना ट्रक रात में थाने के सामने नहीं खड़ा हुआ है। शाम को थाने की टीम वाहन चेकिंग के लिए निकली थी। वहां ट्रक खड़ा देख पुलिस कर्मियों को कुछ संदेह हुआ। तलाशी के दौरान भीतर गोवंशीय दिखे। ट्रक को कब्जे में ले लिया गया है। गोवंशीयों का उपचार कराया जा रहा है।