ग्रेटर नोएडा का मुद्दा : गंगाजल प्रोजेक्ट की कमी से लाखों लोग परेशान, निवासियों ने की अथॉरिटी की लापरवाही उजागर
ग्रेटर नोएडा में बुधवार की सुबह से पानी की किल्लत है। गामा-1 के अंडरग्राउंड रिजर्वायर (UGR) पर जाकर देखा कि सेक्टरों में पानी की सप्लाई कम क्यों आ रही है। यह पाया गया कि सेक्टरों में पंप लगे हुए हैं, लेकिन उनका पानी UGR तक नहीं पहुंच पा रहा है
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा में बुधवार की सुबह से पानी की किल्लत है। गामा-1 के अंडरग्राउंड रिजर्वायर (UGR) पर जाकर देखा कि सेक्टरों में पानी की सप्लाई कम क्यों आ रही है। यह पाया गया कि सेक्टरों में पंप लगे हुए हैं, लेकिन उनका पानी UGR तक नहीं पहुंच पा रहा है। जब UGR तक पंपों का पानी नहीं पहुंच पाएगा तो सेक्टर वासियों को पानी कैसे मिलेगा?
कैसे होंगे योगी आदित्यनाथ के सपने पूरे
ग्रेटर नोएडा शहर में गंगाजल उत्तर प्रदेश सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट था। जिसका उद्घाटन दो साल पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था, लेकिन पिछले 15-20 दिनों से गंगाजल वॉटर गामा-1 में बने UGR तक नहीं पहुंच पा रहा है। इस समस्या के कारण सेक्टर वासियों को पानी की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
हर जगह समस्या, कैसे होगा समाधान?
एक्टिव सिटीजन टीम के सदस्य हरेंद्र भाटी ने बताया कि वह नियमित रूप से पानी की कमी का सामना कर रहे हैं, जिससे उनके दैनिक जीवन में काफी मुश्किलें आ रही हैं। पानी की यह कमी न केवल घरेलू उपयोग को प्रभावित कर रही है, बल्कि साफ-सफाई और अन्य आवश्यक कार्यों में भी बाधा उत्पन्न कर रही है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण जल विभाग और गंगाजल विभाग के अधिकारी इस समस्या का समाधान करने में विफल साबित हो रहे हैं। निवासियों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही के कारण वे इस असुविधा को झेलने के लिए मजबूर हैं।
कौन देगा जवाब?
यह प्रश्न उठता है कि गंगाजल का पानी आखिर सेक्टरवासियों को कब तक मिलेगा? ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण जल विभाग और गंगाजल विभाग के अधिकारी इस समस्या को सुलझाने के लिए क्या कदम उठा रहे हैं, यह जानना आवश्यक है। निवासियों की मांग है कि अधिकारियों को इस मुद्दे का समाधान शीघ्र करना चाहिए ताकि उन्हें पानी की समस्या से निजात मिल सके।