हेतिमपुर गांव में तैनात सफाई कर्मचारी 10 महिनें से है गायब
-गलियों में गंदगी का अंबार, नालियां चोक होने की वजह से रास्ते में जलभराव
-गांव में गंभीर बीमारी फैलने की आशंका
-ग्रामीणों का आरोप सफाई कर्मचारी से ग्राम प्रधान लेता है महिना
-DPRO साहब करेंगे कार्रवाई
चकिया, चंदौली। पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए सरकार साफ-सफाई पर विशेष जोर दे रही है। विकास खंड के सभी ग्राम पंचायतों सफाईकर्मियों की तैनाती की गई है, लेकिन तैनात किए गए अधिकतर सफाई कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन सही तरीके से नहीं करते हैं। इसकी वजह से कई ग्राम पंचायतों की गलियों में गंदगी का अंबार है। नालियां चोक होने की वजह से रास्ते में जलभराव की समस्या है। इसका जीता जागता नमूना विकास खंड के ग्राम पंचायत हेतिमपुर गांव जाकर में देखा जा सकता है। शिकायत के बाद भी समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान द्वारा गांव में नियुक्त सफाई कर्मचारी से महिना लिया जाता है। इस लिए सफाई कर्मचारी महिनों-महिनों गायब रहता है। गांव में कभी सफाई करने नहीं आता है।
ग्राम पंचायत के सुकालू, झेंगुरी, मंगरु, जियला, सुखना, मुअला, ननरु सहित दर्जनों ग्रामीणों ने प्रधान व खंड विकास अधिकारी से शिकायत किया कि ग्राम पंचायत में तैनात सफाई कर्मचारी पिछले 10 माह से गांव नहीं आया है। इससे गांव में चारों ओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। गांव की नालियां पूरी तरीके से चोक हो चुकी हैं। इसकी वजह से लोगों के घरों का पानी रास्ते में फैला हुआ है। इसकी वजह से लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है और गांव में संक्रामक बीमारी की आशंका बनी हुई है। समाजसेवी सुकालू का कहना है कि गांव में सफाईकर्मी के न आने की शिकायत पूर्व में प्रधान से की लेकिन समस्या का निराकरण नहीं हुआ। अब ग्रामीणों ने मामले की शिकायत खंड विकास अधिकारी ने की है। बीडीओ ने पूरे प्रकरण की जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया है। ग्राम पंचायत में तैनात सफाई कर्मचारी पिछले छह माह से नहीं आ रहा है। सफाई कार्य न होने से गांव की गलियों में गंदगी का अंबार हुआ है। नालियां चोक होने की वजह से रास्ते में जलभराव की समस्या है। घरों का पानी रास्ते में फैला हुआ है। इसकी वजह से लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है और गांव में संक्रामक बीमारी की आशंका बनी हुई है। शिकायत के बाद भी समस्या का निराकरण नहीं हो रहा है।
प्रतिदिन सफाई कर्मी के न आने से गालियों में जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा हुआ है। गांव में फैली गंदगी को लेकर ग्रामीण परेशान हैं। इसकी शिकायत पूर्व में प्रधान से की गई थी, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया है। गांव में तैनात सफाई कर्मी सफाई करने नहीं आता है। घर बैठे हजारों रुपये वेतन ले रहा है। शिकायत के बाद भी समस्या का निराकरण नहीं किया जा रहा है।
वहीं ग्रामीणों ने यह भी गंभीर आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान सफाई कर्मचारी से प्रतिमाह बंधी-बंधाई मोटी रकम वसूल करता है। इस लिए सफाई कर्मचारी गांव में सफाई करने कभी नहीं आता है। कार्रवाई के भय से सफाई कर्मचारी पूरी तरह निश्चिंत रहता है। ताकि वह ग्राम प्रधान को महीना देकर मस्त मगन रहता है।
वर्जन-
डीपीआरओ नीरज सिन्हा ने कहा कि मामले की जांच कराकर सफाई कर्मचारी को निलंबित किया जाएगा, और रोस्टर लगाकर गांव की साफ-सफाई कराई जाएगी। वहीं महिना लेने वाले ग्राम प्रधान पर भी कार्रवाई होगी।