कानपुर

चित्रकूट में आटो मोबाइल एजेंसी के अंदर चौकीदार का शव मिला, खून से सना शरीर देख लोगों के उड़े हाेश

कर्वी कोतवाली अंतर्गत बेड़ीपुलिया स्थित आटो मोबाइल एजेंसी के चौकीदार की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। सुबह करीब साढ़े दस बजे एजेंसी खुली तो उसका शव खून से लथपथ पाया गया।सिर पर गंभीर चोट के निशान है। हालांकि एजेंसी का कोई सामान गया नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि छत पर से गिरने से मौत हुई है। फिर भी पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। 

चित्रकूट, अमन यात्रा ब्यूरो। कर्वी कोतवाली अंतर्गत बेड़ीपुलिया स्थित आटो मोबाइल एजेंसी के चौकीदार की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। सुबह करीब साढ़े दस बजे एजेंसी खुली तो उसका शव खून से लथपथ पाया गया।सिर पर गंभीर चोट के निशान है। हालांकि एजेंसी का कोई सामान गया नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि छत पर से गिरने से मौत हुई है। फिर भी पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।

देवेंद्र कुमार उर्फ लखन द्विवेदी मूलरूप से उरई के आटा थानांतर्गत पिपराया का रहने वाला था। चित्रकूट में वह सात साल से था और जिला मुख्यालय के बल्दाऊ गंज मोहल्ला में बड़े भाई वन विभाग कर्मी लक्ष्मी नारायण द्विवेदी के साथ रहता था। जबकि उसका पूरा परिवार उरई में रहता है। एजेंसी मालिक देवेंद्र कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक लखन उनके यहां करीब सात साल से चौकीदारी कर रहे थे। बुधवार की शाम को सात बजे वह ड्यूटी पर आए थे। उसके बाद एजेंसी बंद हो गई थी। प्रतिदिन का काम था कि लखन सुबह ड्यूटी खत्म होने पर उनके घर आकर चाबी देता था। गुरुवार को जब नहीं पहुंचा तो उन्होंने फोन मिलाया। लेकिन मोबाइल फोन में घंटी जाती रही, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। उन्होंने उनके बड़े भाई को फोन किया। सभी लोग सुबह नौ बजे एजेंसी पहुंचे। आवाज लगाई लेकिन कोई जवाब नहीं मिलने पर आशंका हुई। सीतापुर चौकी में फोन कर पुलिस को बुलाया गया। अंदर से गेट पर लगे ताला को तोड़कर पुलिस एजेंसी में दाखिल हुई तो देखा कि लखन जमीन में खून से लथपथ मृत पड़ा था। फॉरेंसिक टीम ने जांच पड़ताल किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।

मौके पर पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र कुमार राय ने बताया  कि एजेंसी के ऊपरी तल  नया निर्माण हुआ है संभावना है कि रात में वह तराई के लिए गया था। तभी छत से नीचे  गिर गया। मृतक के पास ही जलती हुई टार्च मिली है जबकि एक पैर में चप्पल भी थी और  एक पास में पड़ी थी। सूचना भेजकर उसके परिजन को बुलाया गया।

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Author: pranjal sachan

कानपुर ब्यूरो चीफ अमन यात्रा


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