अमन यात्रा l यार मेरे चेहरे से कभी पिंपल्स जाता ही नहीं, कितनी दफा फेसवॉश, क्रीम चेंज करके देख लिया, अब बस डॉक्टर के पास ही जाना बचा है। ज्यादातर लड़कियों के साथ ये प्रॉब्लम होती है और वो एक के बाद एक हर तरह के नुस्खे आजमाती रहती हैं लेकिन अपनी रूटीन और खानपान की तरफ ध्यान नहीं देती, जिसका इस प्रॉब्लम में बहुत बड़ा रोल होता है। जी हां, खानपान में बहुत ज्यादा शुगर, ऑयल का इस्तेमाल भी आपकी खूबसूरती में लगा सकता है दाग।
चाय कॉफ़ी पीने की आदत: चाय में मौजूद चीनी और कॉफ़ी में मौजूद कैफ़ीन का लेवल आपके स्ट्रेस हार्मोन्स को बढ़ा सकता है, जिसकी वजह से चेहरे पर कील-मुहांसों की समस्या हो सकती है। इसके अलावा कॉफ़ी डाइयूरेटिक है, जिसका मतलब है कि बॉडी हाइड्रेट होने लगती है। तो दिनचर्या में चाय, कॉफी की मात्रा घटा कर या पूरी तरह से आउट कर पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं।
तला-भुना और मसालेदार भोजनः चेहरे पर लगातार बने रहने वालों मुंहासों की वजह ऑयली और स्पाइसी फूड्स का बहुत ज्यादा सेवन भी होता है। और तो और ये मोटापा, कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने का भी काम करते हैं क्योंकि इनमें ट्रांस्फ़ैट की मात्रा ज्यादा होती है। तो जितना कम हो सके उतना कम इनका इस्तेमाल करें।
प्रॉसेस्ड और पैक्ड फूड्स: पैक्ड फूड्स लंबे समय तक बने रहें इसके लिए उनमें प्रिज़र्वेटिव्स का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे उनका पूरा न्यूट्रिएंट्स खत्म हो जाता है। ये फूड आइटम्स डीहाइड्रेटेड होते हैं मतलब इन्हें खाने से शरीर और त्वचा को जरूरी हाइड्रेशन नहीं मिलता।
शुगर और इसके ऑप्शन्स: कुछ लोग चीनी कम खाने के लिए उसके नए-नए ऑप्शन ढूंढ लेते हैं लेकिन कुछ एक ऑप्शन को छोड़कर किसी भी रूप में इसका सेवन नुकसानदायक ही है। इसलिए गुड़ और खजूर के अलावा किसी भी दूसरे तरह के स्वीटनर का इस्तेमाल न करें। समय से पहले चेहरे पर बुढ़ापा नजर आने लगता है।