छूटे हुए परिवारों की अवश्य बनवाएं फैमिली आईडी: मुख्य विकास अधिकारी
मुख्य विकास अधिकारी लक्ष्मी एन0 की अध्यक्षता में फैमिली आईडी के संबंध में बैठक विकास भवन सभागार कक्ष में संपन्न हुई। उन्होंने बैठक में उपस्थित फैमिली आईडी डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर प्रधन्या निकम से कहा कि शासन ने सभी परिवारों को लाभान्वित करने हेतु परिवार आईडी योजना संचालित की है, फैमिली आईडी के तहत, प्रत्येक परिवार को एक विशिष्ट पहचान जारी कर रही है
कानपुर देहात। मुख्य विकास अधिकारी लक्ष्मी एन0 की अध्यक्षता में फैमिली आईडी के संबंध में बैठक विकास भवन सभागार कक्ष में संपन्न हुई। उन्होंने बैठक में उपस्थित फैमिली आईडी डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर प्रधन्या निकम से कहा कि शासन ने सभी परिवारों को लाभान्वित करने हेतु परिवार आईडी योजना संचालित की है, फैमिली आईडी के तहत, प्रत्येक परिवार को एक विशिष्ट पहचान जारी कर रही है, जिससे राज्य की परिवार इकाईयों का एक लाइव व्यापक डेटाबेस स्थापित किया जा सकेगा, जिसका उपयोग राज्य में प्रत्येक पात्र परिवार को लाभ की सक्रिय डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए किया जा सकेगा। शासन द्वारा प्राप्त निर्देशों के क्रम में जनपद में भी प्रत्येक परिवार के फैमिली आईडी बनाई जा रही है।
मुख्य विकास अधिकारी ने समस्त खंड विकास अधिकारी एवं सभी संबंधित अधिकारियों को फैमिली आईडी बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि शासन की यह महत्वाकांक्षी योजना है, ऐसे में समय अंतर्गत इस कार्य को पूरा किया जाए, किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के माध्यम से हम जनपद के नागरिकों को विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाएं से जोड़ सकेंगे। परिवारों को 12 अंकों की अद्वितीय पारिवारिक आईडी प्रदान की जाएगी, जो राशन कार्ड धारक नहीं हैं, वे स्वयं और अपने परिवार के सदस्यों को पोर्टल पर जोड़कर आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने जिला समाज कल्याण अधिकारी,जिला प्रवेश अधिकारी एवं जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी को निर्देशित किया कि फैमिली आईडी से छूटे हुए समस्त पेंशन धारकों का फैमिली आईडी अवश्य बनवाया जाए। इस मौके पर अन्य बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में जिला अर्थ एवं सांख्यिकी अधिकारी यशी पाल, जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ प्रज्ञा शंकर, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी नेहा सिंह, डीसी मनरेगा, डीपीआरओ, ई डिस्टिक मैनेजर, समस्त खंड विकास अधिकारी आदि उपस्थित रहे।