बहादुरी की मिसाल: अग्निशमन दल ने बचाई दो जानें
जनपद के अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पुर में एक दिल दहला देने वाली घटना में बकरी को बचाने उतरे एक व्यक्ति की जान बाल-बाल बची।

- अग्निशमन दल का बहादुरी भरा कार्य
- कुएं में फंसे व्यक्ति और बकरी को सुरक्षित बाहर निकाला
कानपुर देहात: जनपद के अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पुर में एक दिल दहला देने वाली घटना में बकरी को बचाने उतरे एक व्यक्ति की जान बाल-बाल बची। बट्टन पुत्र पंचम संखवार कुएं में गिरी बकरी को बचाने के प्रयास में कुएं में उतरे थे, लेकिन कुएं में जहरीली गैस होने के कारण बेहोश हो गए।
सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची। अग्निशमन अधिकारी कृष्ण कुमार के नेतृत्व में अंजनी कुमार सिंह, भूदत सिंह, उपेंद्र सिंह, मनोज कुमार, लोकनाथ और योगेंद्र कुमार जैसे कर्मचारियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आक्सीजन टैंक और सुरक्षा किट पहनकर कुएं में उतर गए। उन्होंने पहले पंचम संखवार को सुरक्षित बाहर निकाला और फिर बकरी के बच्चे को भी बचा लिया। अग्निशमन विभाग के इस त्वरित और कुशल कार्रवाई के लिए ग्रामीणों ने उनकी जमकर प्रशंसा की।
ग्रामीणों की प्रशंसा और एक कहावत
ग्रामीणों ने अग्निशमन दल के इस कारनामे को देखकर कहा, “जाको राखे साईयां मार सके न कोय”। यह घटना एक बार फिर सिद्ध करती है कि मानवीय मूल्यों और आपसी सहयोग से किसी भी मुश्किल परिस्थिति का सामना किया जा सकता है। अग्निशमन दल के जवानों की बहादुरी और समर्पण ने एक बार फिर मानवता की सेवा करने का उदाहरण पेश किया है।
कुएं की स्थिति और चिंताएं
यह घटना एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में कुओं की स्थिति पर सवाल खड़े करती है। आज भी कई गांवों में कुएं पानी का मुख्य स्रोत हैं, लेकिन इनकी देखभाल और सुरक्षा का अभाव है। ऐसे में कुओं में दुर्घटनाएं होने का खतरा बना रहता है। प्रशासन को चाहिए कि वह ग्रामीण इलाकों में कुओं की नियमित जांच कराए और उन्हें सुरक्षित बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए। साथ ही, लोगों को भी कुओं के आसपास सावधानी बरतने के लिए जागरूक किया जाना चाहिए।
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