जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स की बैठक हुई संपन्न
जिलाधिकारी नेहा जैन की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स (बेसिक शिक्षा) की समीक्षा बैठक मां मुक्तेश्वरी देवी सभागार कक्ष में आयोजित हुई। बैठक में जिला टास्क फोर्स व ब्लॉक टास्क फोर्स द्वारा लक्ष्य के सापेक्ष किये गए
- बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए बेहतर आधारभूत संरचना व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना हम सब का दायित्व
अमन यात्रा, कानपुर देहात। जिलाधिकारी नेहा जैन की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स (बेसिक शिक्षा) की समीक्षा बैठक मां मुक्तेश्वरी देवी सभागार कक्ष में आयोजित हुई। बैठक में जिला टास्क फोर्स व ब्लॉक टास्क फोर्स द्वारा लक्ष्य के सापेक्ष किये गए निरीक्षण की समीक्षा की गई, जिला टास्क फोर्स द्वारा लक्ष्य 55 के सापेक्ष 28 विद्यालय तथा ब्लॉक टास्क फोर्स द्वारा लक्ष्य 235 के सापेक्ष 71 स्कूलों के निरीक्षण किए जाने पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई और जिन अधिकारियों (जिसमें मुख्य रुप से डीडीओ, डीएसओ, डीआरडीए, डिप्टी सीएमओ) द्वारा स्कूलों का निरीक्षण नहीं किया है, उनको कारण बताओ नोटिस जारी करने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि लक्ष्य के सापेक्ष निरीक्षण में शत प्रतिशत प्रगति लाई जाए, साथ ही उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान जो भी कमियां पाई जाती हैं उन पर कार्यवाही कर उसकी आख्या उपलब्ध कराई जाए। तदोपरांत विद्यालय में शिक्षकों की उपस्थिति, मिड डे मील, जर्जर भवन, शौचालय आदि की समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि विद्यालय में शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य रूप से शत-प्रतिशत होनी चाहिए, जो भी शिक्षक निरीक्षण के दौरान बिना बताए अनुपस्थित पाए जाए उस पर कठोर कार्यवाही की जाए। उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि वह हर शनिवार को एआरपी द्वारा किए गए निरीक्षण की समीक्षा करें, तथा उन्हें यह भी बताएं कि आने वाले सप्ताह में कितने विद्यालयों का निरीक्षण करना है। उन्होंने स्कूलों में चल रही नई शिक्षा नीति, शिक्षा सामग्री, क्लासरूम, बच्चों की भागीदारी की भी समीक्षा की तथा बीएसए को निर्देशित किया कि नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षा योजना बनाकर बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराई जाए साथ ही बच्चों के भागीदारी पर विशेष बल दिया जाए। उन्होंने जनपद के सक्षम विद्यालयों समीक्षा की जिसमें जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा बताया गया कि, 1504 विद्यालयों का एसेसमेंट किया गया जिसमें 76 विद्यालय सक्षम स्थिति में,216 विद्यालय मध्यम सक्षम स्थिति में, तथा 1212 विद्यालय संघर्षशील स्थिति में हैं,जिन पर कायाकल्प के तहत कार्य हो रहा है। इस पर जिलाधिकारी ने कहा सभी विद्यालयों को जल्द कायाकल्प कराकर सक्षम विद्यालय की स्थिति में लाया जाए। उन्होंने कहा सभी अध्यापकों के मोबाइल निपुण एसेसमेंट ऐप अवश्य होना चाहिए। इसी दौरान विभिन्न स्कूलों के कायाकल्प के लिए खर्च की जा रही धनराशि की भी समीक्षा जिलाधिकारी द्वारा की गई ,उन्होंने कहा प्राप्त धनराशि का शुचितापूर्ण उपयोग किया जाए तथा गुणवत्तापूर्ण आधारभूत संरचना विकसित की जाए ।उन्होंने कहा निशुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण सभी विद्यालयों में होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा जो भी स्कूल बनाए जा रहे हैं, उनको मुख्य मार्ग तक पक्के मार्ग से अवश्य जोड़ा जाए, साथ ही उन्होंने कहा कोई भी बच्चा पुरानी ड्रेस में नहीं दिखना चाहिए हर बच्चे को डीबीटी के माध्यम से प्राप्त धनराशि द्वारा नई ड्रेस, स्कूल बैग आदि देहाती मार्ट से उपलब्ध कराया जाए अंत में उन्होंने कहा बच्चे देश का भविष्य है, उनके सर्वांगीण विकास के लिए आधारभूत संरचना व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना हम सबका दायित्व है, इसका निर्वहन सभी अधिकारी अपने अपने स्तर से करें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी लक्ष्मी एन0, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर ए के सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धि पांडे आदि अधिकारीगण उपस्थित रहे।