ब्रजेंद्र तिवारी, पुखरायां। जनता की समस्याओं का समाधान जनता के द्वार पर ही किया जाए, इसी प्रयास के तहत आज जिलाधिकारी नेहा जैन की अध्यक्षता में तहसील भोगनीपुर क्षेत्र अंतर्गत ग्राम क्योटरा बांगर के प्राथमिक विद्यालय में ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम जिलाधिकारी द्वारा ग्राम चौपाल में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन किया गया तथा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया की ग्रामीण जनों की समस्याओं का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया जाए।
तत्पश्चात जिलाधिकारी द्वारा ग्रामीण जनों की समस्याओं से अवगत हुआ गया। जिसमें उन्हें बताया गया कि यह बाढ़ ग्रस्त गांव है, हर वर्ष बाढ़ से फसलों का नुकसान हो जाता है, यहां गौशाला नहीं है, पिछले वर्ष बाढ़ में नाव चलाने का पैसा अभी तक नहीं मिला है, जो पट्टे दिए गए हैं वह ग्राम के समीप नहीं है, उपर्युक्त समस्याओं के दृष्टिगत जिलाधिकारी ने वहां उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि यहां के किसानों की फसलों की बीमा शीघ्र करा लिया जाए, पट्टे का आवंटन ग्राम के समीप किया जाए, नाव चलाने का पैसा जिनका भी बकाया है उसका अतिशीघ्र भुगतान कराया जाए, जो किसान, किसान क्रेडिट कार्ड द्वारा आच्छादित नहीं है उनको किसान क्रेडिट कार्ड से अच्छादित कराया जाए। उन्होंने ग्रामीण जनों से कहा की आप लोगों को जो पट्टा मिलता है, उसे बेचे नहीं। उन्होंने डीसी मनरेगा को निर्देशित करते हुए कहा कि यहां नरेगा का कार्य बढ़ाया जाए तथा उनकी मजदूरी ससमय उनके बैंक खाते में भेजी जाए।
उन्होंने कहा की गांव में पी ए सिस्टम लगाया जाए। साथ ही आपदा मित्रों के द्वारा समय-समय पर ग्रामीण जनों को बाढ़ के संबंध में जागरूक किया जाए । उन्होंने पशुपालन विभाग को पशुओं के टीकाकरण किए जाने हेतु निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने स्वयं ग्रामीण जनों को सर्पदंश से बचाव के संबंध में जानकारी दी गई। तत्पश्चात जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया गया, निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा विद्यालय में पढ़ रहे बच्चों से पठन-पाठन के कार्य का जायजा लिया गया, जिसमें जिलाधिकारी द्वारा स्कूल में बोर्ड खराब पाए जाने व मिड डे मील समय से बच्चों को ना दिए जाने पर नाराजगी व्यक्त की गई तथा निर्देशित किया गया कि प्रतिदिन बच्चों को मध्यान्ह भोजन अवश्य उपलब्ध कराया जाए, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इसके पश्चात जिलाधिकारी द्वारा गांव के तटवर्ती क्षेत्र का भ्रमण किया गया तथा यमुना के जलस्तर का भी जायजा लिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि अभी बाढ़ जैसी कोई समस्या नहीं है, आने वाले समय में यदि बाढ़ आती है तो उससे निपटने हेतु जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बाढ़ प्रभावित गांव के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, हमारा प्रयास है, की एक भी जनहानि या पशु हानि न हो।
इस मौके पर उप जिलाधिकारी भोगनीपुर, जिला विकास अधिकारी, डीसी मनरेगा, पीडी, ग्राम प्रधान सहित भारी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित रहे।
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