लेखनी की दुनिया में अब समय बदल चुका है। युवा भारतीय लेखकों ने लेखन की एक नई दुनिया बसा ली है। यह युवा न सिर्फ जबरदस्त लेखन कर रहे हैं बल्कि उनकी लिखी किताबें युवाओं के बीच नई सोच पैदा कर रही है।हमेशा किताबो में खोए रहने वाले विकास की तो बात ही निराली है. युवा लेखकों की बात करें तो कानपुर के ‘विकास बाजपई’ का नाम काफी चर्चा में है और इसकी खास वजह हाल ही में उनकी प्रकाशित किताब “उम्मीद” है।
“उम्मीद” लोगो को बचपन की यादों के साथ वर्तमान की परेशानियों से बाहर निकलने की “उम्मीद” दे रही हैं।इसी क्रम में किताब में लिखित कहानी रावत यात्रा आपको देशभक्त विपिन रावत के अंतिम क्षणों में किया गए कार्यों से अवगत कराएगी।
इस किताब को युवाओं ने काफी पसंद किया। उनकी लेखन की शैली एकदम जुदा है।
युवाओं का लेखन अब जरूरी है। चाहे नावेल हो या फिर कहानियां और कविताएं। युवा लेखकों की बात ही एकदम अलग हो चुकी है। उनकी रचनात्मकता एकदम अलग हटकर है।
नीरज तिवारी, राष्ट्रीय सचिव, श्रमजीवी पत्रकार कल्याण समिति।