जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाना सभी का कर्तव्य : जिलाधिकारी
जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाने की तैयारी की जा रही है। 12 से 27 मई तक चलने वाले फाइलेरिया मुक्त अभियान को लेकर जिलाधिकारी प्रकाश चंद श्रीवास्तव की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक की गई।
- फाइलेरिया मुक्त बनाने के लिए 12 से 27 मई तक चलेगा अभियान
औरैया,अमन यात्रा । जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाने की तैयारी की जा रही है। 12 से 27 मई तक चलने वाले फाइलेरिया मुक्त अभियान को लेकर जिलाधिकारी प्रकाश चंद श्रीवास्तव की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक की गई। जिसमें जिलाधिकारी ने मौजूद सभी लोगों को अभियान को सफल बनाने का संकल्प दिलाया। स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ अन्य विभागों की तरफ से भी अभियान में सहयोग किया जाएगा।
मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह ने कहा कि जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है। इस बीमारी को खत्म करने के लिए प्रशासन की तरफ से स्वास्थ्य विभाग को पूरी तरह से सहयोग दिया जाएगा। 12 से 27 मई तक चलने वाले इस अभियान के दौरान स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरियारोधी दवा खिलाएंगे। गांव के लोगों को जागरूक किया जाएगा ताकि वे साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखें जिससे मच्छरों से होने वाले बीमारियों से बचाव किया जा सके।
सीएमओ डॉ. अर्चना श्रीवास्तव ने कहा कि फाइलेरिया को फीलपांव व हाथीपांव के रूप में भी जाना जाता है। यह रोग घातक नहीं है परंतु शारीरिक विकृति उत्पन्न करता है। यह निमेटोड परजीवी से उत्पन्न होने वाला रोग है जिसे फाइलेरिया पैरासाइट कहते हैं। पैरासाइट क्यूलेक्स प्रजाति के मच्छर के काटने से फाइलेरिया होता है। 90 प्रतिशत लोगों को इस रोग से कोई तकलीफ नहीं होती है। सीएमओ ने बताया कि संक्रमित व्यक्ति को बुखार, प्रभावित अंगों में दर्द, गांठों में सूजन व लालिमा हो सकती है। फाइलेरिया की रोकथाम के लिए पूरे समुदाय को एंटीफाइलेरियल दवा, डाईएथाइल कार्वामेजिन और एल्वेंडाजोल की खुराक निर्धारित समय में खिलाकर इस रोग के फैलाव को रोका जा सकता है।
दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती व गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को दवा नहीं दी जाएगी। दवा खाली पेट न खायें। बच्चों को एल्वेंडाजोल की गोली चबाकर खानी होगी। बैठक में जिला परियोजना निदेशक, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी सहित समस्त अधिकारीगण एवं स्वास्थ्य विभाग कर्मचारीगण मौजूद रहे।