ज्ञान क्रांति का उद्घोष: इग्नू ने पुखरायां के विद्यार्थियों को दिखाया स्वर्णिम भविष्य का द्वार
रामस्वरूप ग्राम उद्योग महाविद्यालय का इग्नू अध्ययन केंद्र 27211 गुरुवार को ज्ञान और आकांक्षाओं की ऊर्जा से आलोकित हो उठा। इग्नू क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ के शीर्ष नेतृत्व - दूरदर्शी वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अनिल कुमार मिश्र, कर्मठ उपनिदेशक डॉ. कीर्ति विक्रम सिंह, ज्ञान की अथाह सागर डॉ. रीना कुमारी, वाक्पटु डॉ. अनामिका सिंहा, समस्या समाधानकर्ता डॉ. जयप्रकाश वर्मा, निष्ठावान सहायक कुल सचिव निशीथ नागर - ने अध्ययन केंद्र के उत्साही विद्यार्थियों के साथ एक गहन और प्रभावी संवाद स्थापित किया।

- वरिष्ठ निदेशक डॉ. अनिल कुमार मिश्र का प्रेरक मार्गदर्शन, तीन लाख सपनों की उड़ान, अध्ययन सामग्री बनी सफलता का अचूक शस्त्र
पुखरायां, कानपुर देहात: रामस्वरूप ग्राम उद्योग महाविद्यालय का इग्नू अध्ययन केंद्र 27211 गुरुवार को ज्ञान और आकांक्षाओं की ऊर्जा से आलोकित हो उठा। इग्नू क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ के शीर्ष नेतृत्व – दूरदर्शी वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अनिल कुमार मिश्र, कर्मठ उपनिदेशक डॉ. कीर्ति विक्रम सिंह, ज्ञान की अथाह सागर डॉ. रीना कुमारी, वाक्पटु डॉ. अनामिका सिंहा, समस्या समाधानकर्ता डॉ. जयप्रकाश वर्मा, निष्ठावान सहायक कुल सचिव निशीथ नागर – ने अध्ययन केंद्र के उत्साही विद्यार्थियों के साथ एक गहन और प्रभावी संवाद स्थापित किया। इस महत्वपूर्ण शैक्षणिक समागम में अध्ययन केंद्र के समर्पित प्राचार्य डॉ. हरीश कुमार सिंह और कुशल समन्वयक डॉ. पर्वत सिंह ने सक्रिय भूमिका निभाई।
डॉ. अनिल कुमार मिश्र ने अपने प्रभावशाली संबोधन में इग्नू को मात्र एक विश्वविद्यालय नहीं, बल्कि उन लाखों सपनों को साकार करने का एक शक्तिशाली आंदोलन बताया जो शिक्षा के माध्यम से नई ऊंचाइयां छूना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यह संवाद कार्यक्रम प्रत्येक विद्यार्थी को उनकी शैक्षणिक यात्रा के प्रारंभिक बिंदु से लेकर सफलता की प्रतिष्ठित डिग्री प्राप्त करने तक एक विश्वसनीय मित्र और मार्गदर्शक की भूमिका निभाएगा। डॉ. मिश्र ने इग्नू की ऐतिहासिक उपलब्धि का उल्लेख करते हुए बताया कि पिछले सत्र में तीन लाख से अधिक विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान कर इस संस्थान ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नया मानदंड स्थापित किया है।
डॉ. कीर्ति विक्रम सिंह ने इग्नू की अध्ययन सामग्री को ज्ञान का अक्षय भंडार और सफलता की राह पर चलने के लिए एक अचूक शस्त्र के रूप में वर्णित किया। उन्होंने पूरे विश्वास के साथ कहा कि विद्यार्थी इस उत्कृष्ट और सुलभ सामग्री का गहन अध्ययन करके न केवल सरकारी सेवाओं में अपना वर्चस्व स्थापित कर सकते हैं, बल्कि उद्यमिता के क्षेत्र में भी अपनी पहचान बना सकते हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा संचालित विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रमों और रोजगार मेलों के माध्यम से प्रदान किए जाने वाले अवसरों की भी महत्वपूर्ण जानकारी दी।
डॉ. रीना कुमारी ने इग्नू के विशाल और समावेशी शैक्षणिक परिदृश्य को जीवंत करते हुए बताया कि यह प्रतिष्ठित संस्थान 344 विविध ज्ञान शाखाओं के माध्यम से समाज के हर वर्ग तक शिक्षा की ज्योति प्रज्वलित कर रहा है। उन्होंने इस मूलभूत सिद्धांत पर जोर दिया कि इग्नू आयु, स्थान और पृष्ठभूमि के सभी बंधनों को तोड़कर, प्रत्येक इच्छुक व्यक्ति को उच्च शिक्षा के समान अवसर प्रदान करता है और वर्ष में दो बार ज्ञानार्जन का महापर्व आयोजित करता है। उन्होंने विद्यार्थियों को समय प्रबंधन के महत्व को समझाते हुए असाइनमेंट समय पर जमा करने की अनिवार्यता पर बल दिया।
डॉ. जयप्रकाश वर्मा ने लर्नर सपोर्ट सेंटर को इग्नू की आत्मा बताते हुए विद्यार्थियों से आत्मीय अपील की कि वे अपने स्टडी सेंटर को ज्ञान का मंदिर समझें और नियमित रूप से वहां जाकर अपने शैक्षणिक जिज्ञासाओं का समाधान प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि यह केंद्र न केवल सूचना का स्रोत है, बल्कि एक ऐसा समुदाय है जो हर विद्यार्थी की सफलता के लिए समर्पित है।
कार्यक्रम की कुशल सूत्रधार डॉ. अनामिका सिन्हा ने विद्यार्थियों को डिजिटल युग की चुनौतियों का सामना करने के लिए इग्नू के आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को अपना सबसे अच्छा मित्र बनाने की सलाह दी। उन्होंने ज्ञान के इस अथाह सागर में गहराई तक उतरने और अपनी शैक्षणिक यात्रा को सरल और प्रभावी बनाने के लिए प्रतिदिन इग्नू की वेबसाइट का उपयोग करने का आग्रह किया।
अध्ययन केंद्र के कर्मठ प्राचार्य डॉ. हरीश कुमार सिंह ने सभी ज्ञान पिपासुओं का हार्दिक अभिनंदन करते हुए कहा कि उनके केंद्र का एकमात्र ध्येय उन सभी विद्यार्थियों को सशक्त बनाना है जो किसी भी कारणवश शिक्षा के क्षेत्र में पीछे रह गए हैं। उन्होंने इग्नू को ऐसे विद्यार्थियों के सपनों को एक नई उड़ान देने वाला सबसे शक्तिशाली माध्यम बताया।
समन्वयक डॉ. पर्वत सिंह ने कहा कि उनका अध्ययन केंद्र विद्यार्थियों की ज्ञान की प्यास बुझाने और उनके लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नवाचार के नए क्षितिज खोल रहा है। उन्होंने बताया कि अनुभवी और समर्पित प्रोफेसर्स के मार्गदर्शन में संचालित नियमित परामर्श कक्षाएं विद्यार्थियों के शैक्षणिक मार्ग को प्रशस्त करती हैं और उन्हें सफलता की ओर ले जाती हैं।
इस ज्ञानवर्धक और ऊर्जावान कार्यक्रम में डॉ. नीलांशु अग्रवाल, डॉ. पुष्पा रानी, डॉ. धर्मेंद्र कुमार सहित अनेक शिक्षाविद उपस्थित रहे। गूगल मीट के माध्यम से आयोजित यह प्रभावी संवाद सत्र पुखरायां के इग्नू विद्यार्थियों के लिए न केवल ज्ञान का प्रकाश स्तंभ साबित हुआ, बल्कि उनके भीतर एक आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प की भावना भी जागृत कर गया, जो उन्हें अपने स्वर्णिम भविष्य की ओर अग्रसर करेगा।
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