टाइम एंड मोशन शासनादेश के तहत 15 जुलाई से शिक्षकों की लगेगी ऑनलाइन हाजिरी
जिले के सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए लगातार प्रयास जारी हैं। शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति और पढ़ाई के लिए बेहतर योजनाएं तैयार की जा रही हैं। इसी क्रम में परिषदीय स्कूलों में अब प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों को टैबलेट से लैस किया गया है। इनके जरिए शिक्षकों को 15 जुलाई से लाइव लोकेशन से सेल्फी वाली उपस्थिति दर्ज करनी होगी। इस बाबत महानिदेशक कंचन वर्मा ने समस्त जनपदों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए हैं
कानपुर देहात। जिले के सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए लगातार प्रयास जारी हैं। शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति और पढ़ाई के लिए बेहतर योजनाएं तैयार की जा रही हैं। इसी क्रम में परिषदीय स्कूलों में अब प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों को टैबलेट से लैस किया गया है। इनके जरिए शिक्षकों को 15 जुलाई से लाइव लोकेशन से सेल्फी वाली उपस्थिति दर्ज करनी होगी। इस बाबत महानिदेशक कंचन वर्मा ने समस्त जनपदों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए हैं। परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों व कार्मिकों की उपस्थिति के साथ प्रयोग में लाए जा रहे कई रजिस्टर डिजिटल रूप में प्रयोग किए जाएंगे। नई व्यवस्था में शिक्षकों को दिन में दो बार उपस्थिति दर्ज करनी होगी। स्कूल खुलने व स्कूल बंद होने पर इसमें समय सीमा भी निर्धारित की गई है। ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज होने पर शिक्षकों की लेटलतीफी पर अंकुश लगेगा। शिक्षण गुणवत्ता बेहतर होगी।
रजिस्टर होंगे ऑनलाइन –
जिले के परिषदीय विद्यालयों में 12 रजिस्टरों का डिजिटाइजेशन किया जाना है। इससे शिक्षकों को जल्द ही रजिस्टरों से मुक्ति मिल जाएगी। रजिस्टरों के रखरखाव के संबंध में जरूरी निर्देश भी दिए गए हैं। आदेश के बाद से विद्यालयों में तैयारियां तेज कर दी गई हैं। वर्तमान में विद्यालयों में प्रयुक्त की जा रही भौतिक पंजिकाओं के अनुरूप ही रजिस्टरों का डिजिटल प्रारूप तैयार किया जाना है। 12 रजिस्टरों के डिजिटल प्रारूप का जनपद के परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कम्पोजिट एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में प्रयोग सुनिश्चित किया जाना है जिसमें उपस्थिति पंजिका, प्रवेश पंजिका, कक्षावार छात्र उपस्थिति पंजिका, एमडीएम पंजिका, समेकित नि:शुल्क सामग्री वितरण पंजिका, स्टॉफ पंजिका, आय-व्यय एवं इश्यू पंजिका, बैठक पंजिका, निरीक्षण पंजिका, पत्र व्यवहार पंजिका, बाल गणना पंजिका, पुस्तकालय एवं खेलकूद पंजिका शामिल हैं। महानिदेशक स्कूली शिक्षा कंचन वर्मा के आदेश के बाद जनपद के विद्यालयों में रजिस्टरों के डिजिटलाइजेशन की तैयारी तेज हुई है। बीईओ डिजिटल रजिस्टर्स के बारे में प्रधानाध्यापक व इंचार्ज प्रधानाध्यापकों को जानकारी देंगे। शिक्षा विभाग ने स्कूल स्तर पर होने वाली गड़बड़ियों को रोकने के लिए यह निर्णय लिया है।