डाउनलोडिंग स्पीड में रिलायंस का जियो और अपलोडिंग में वोडाफोन आगे
ट्राई की ओर से 11 मई को जारी आंकड़े के मुताबिक अप्रैल में वोडाफोन की डाउनलोड की रफ्तार सात एमबीपीएस थी. इसके बाद आइडिया और भारती एयरटेल की डाउनलोड की रफ्तार क्रमश: 5.8 और पांच एमबीपीएस थी.
नई दिल्ली,अमन यात्रा : ट्राई के ताजा आंकड़ों के मुताबिक डाउनलोडिंग स्पीड के मामले में जियो सबसे आगे है जबकि अपलोडिंग स्पीड में वोडाफोन ने बाजी मार ली है. ट्राई के बिल्कुल नए आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल में 20.1 मेगाबाइट प्रति सेकेंड (एमबीपीएस) की डेटा डाउनलोड रेट के साथ रिलायंस जियो 4जी स्पीड की सूची में शीर्ष पर था जबकि 6.7 एमबीपीएस की अपलोड रफ्तार के साथ वोडाफोन अपलोड रेट में सबसे आगे था. निकटतम प्रतिद्वंदी वोडाफोन आइडिया की तुलना में जियो की डाउनलोड की रफ्तार तीन गुना ज्यादा थी. हालांकि वोडफोन और आइडिया सेल्यूलर ने अपने मोबाइल कारोबार का वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के रुप में विलय कर लिया है लेकिन ट्राई दोनों ही इकाइयों के नेटवर्क रफ्तार का अलग-अलग आंकड़ा जारी करता है.
ट्राई ने नए आंकड़ों में भारती एयरटेल स्पीड में पिछड़ा
ट्राई की ओर से 11 मई को जारी आंकड़े के मुताबिक अप्रैल में वोडाफोन की डाउनलोड की रफ्तार सात एमबीपीएस थी. इसके बाद आइडिया और भारती एयरटेल की डाउनलोड की रफ्तार क्रमश: 5.8 और पांच एमबीपीएस थी. अपलोड कैटेगरी में में 6.7 एमबीपीएस की रफ्तार के साथ वोडाफोन पहले, 6.1 एमबीपीएस के साथ आइडिया दूसरे, 4.2 एमबीपीएस के साथ जियो तीसरे और 3.9 एमबीपीएस रफ्तार के साथ एयरटेल चौथे स्थान पर था. डाउनलोड की रफ्तार से उपभोक्ताओं को इंटरनेट से सामग्री हासिल करने में मदद मिलती है जबकि अपलोड की रफ्तार उन्हें अपने संपर्कों को तस्वीरें या वीडियो भेजने या साझा करने में मदद मिलती है. ट्राई रियल-टाइम के आधार पर अपने माईस्पीड ऐप की मदद से देश भर से जुटाए जाने वाले आंकड़े के हिसाब से औसत रफ्तार की गणना करता है.
ज्यादा स्पीड के लिए 5जी ट्रायल को मंजूरी, लेकिन चीनी कंपनियों पर रोक
इस बीच देश में ज्यादा स्पीड के लिए 5 जी नेटवर्क के ट्रायल को मंजूरी दे दी गई है. भारत की तरफ से हाल में चीनी कंपनियों हुवावे और जेडटीई के बिना 5जी ट्रायल को करने के फैसले को अमेरिका ने एक संप्रभु फैसला करार दिया है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि अमेरिका उन उपकरणों के साथ नेटवर्क स्थापित करने के खतरों को लेकर बहुत ज्यादा चिंतित है, जिन्हें चीन की तरफ से बाधित या नियंत्रित किया जा सकता है.