डिजिटलीकरण के विरोध में गरजे परिषदीय स्कूलों के शिक्षक, बीएसए को सौंपा 18 सूत्री ज्ञापन
परिषदीय स्कूलों में लागू किए गए डिजिटलाइजेशन के विरोध को लेकर उत्तर प्रदेशीय जूनियर शिक्षक संघ ने सोमवार को बीएसए कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन बीईओ मनोज कुमार पटेल को सौंपा।

राजेश कटियार, कानपुर देहात। परिषदीय स्कूलों में लागू किए गए डिजिटलाइजेशन के विरोध को लेकर उत्तर प्रदेशीय जूनियर शिक्षक संघ ने सोमवार को बीएसए कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन बीईओ मनोज कुमार पटेल को सौंपा। धरना को जिलाध्यक्ष अशोक सिंह राजावत के अलावा मंत्री और अन्य पदाधिकारियों ने सम्बोधित किया।
धरना को संबोधित करते हुए राजावत ने कहा कि सरकार हमसे प्रतिदिन अपने मोबाइल से अनेकों कार्य करा रही है। इसमें बच्चों का ऑनलाइन डाटा फीडिंग, एमडीएम फीडिंग, डीबीटी फीडिंग जैसे अनेकों काम शामिल हैं। इस तरह के सभी गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त किया जाए। जिला महामंत्री संजय सचान ने कहा कि हमें विद्यालय स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक विरोध प्रबल करना होगा नहीं तो सरकार गैर शैक्षणिक कार्य थोपती रहेगी।
हम सभी के द्वारा डिजिटलाइजेशन समेत समस्त शिक्षक विरोधी कृत्यों का विरोध किया जाएगा। अगर आदेश वापस नहीं लिया गया तो प्रदेश व्यापी धरना प्रदर्शन किया जाएगा। संघ की प्रमुख मांगो में सभी विद्यालयों में टेबलेट, मोबाइल, विभागीय आईडी से सिम और इंटरनेट उपलब्ध करना शामिल है। जब तक संसाधन उपलब्ध नहीं हो जाते हैं तब तक इस आदेश पर रोक लगाने की भी मांग की गई है।
इसके अतिरिक्त प्रदेश के बेसिक शिक्षकों का भविष्य निधि खाता ऑनलाइन करने, स्कूलों में रिक्त पड़े पदों को अभिलंब भरने, पुरानी पेंशन बहाल करने, वेतनमान की विसंगति दूर करने, अंतर्जनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण प्रक्रिया पुरी करने, कैशलेस चिकित्सा सुविधा का लाभ, आयुष्मान कार्ड की सुविधा बेसिक शिक्षकों को भी देने की मांग की गई है। इस दौरान रहते अली , प्रमोद पांडेय, रामकुमार कटियार, रूपा मिश्रा, चंद्रवीर पाल, संजेश कटियार, वीरेंद्र कुशवाहा, डेविट, शैलेंद्र, पुष्पेंद्र, संजय वर्मा जयपाल सिंह, अजीत सिंह आदि शिक्षक मौजूद रहे।
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