डिजिटल अटेंडेंस को लेकर छिड़ गया घमासान, शिक्षक क्यों कर रहे हैं विरोध और क्या है उनकी मांग
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की जनपदीय इकाई द्वारा प्रदेशीय आह्वान पर जिला अध्यक्ष मनोज कुमार शुक्ला के नेतृत्व में हजारों शिक्षक शिक्षिकाओं की मौजूदगी में डिजिटलाइजेशन और ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध में सोमवार को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया।
- पहले हाफ सीएल, अर्जित अवकाश दो फिर ऑनलाइन हाजिरी लो
- राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध में डीएम को सौंपा ज्ञापन
राजेश कटियार, कानपुर देहात। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की जनपदीय इकाई द्वारा प्रदेशीय आह्वान पर जिला अध्यक्ष मनोज कुमार शुक्ला के नेतृत्व में हजारों शिक्षक शिक्षिकाओं की मौजूदगी में डिजिटलाइजेशन और ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध में सोमवार को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के ज्ञापन के दौरान हजारों शिक्षक माती ओवर ब्रिज के नीचे एकत्रित हो गए और वहां से पैदल मार्च करते हुए जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचे और अतिरिक्त मजिस्ट्रेट सुरभि शर्मा को ज्ञापन सौंपा।
शिक्षकों का हुजूम देखते ही बन रहा था। बड़ी संख्या में शिक्षक शिक्षिकाएं नारे लगाते हुए अपनी मांगों की तख्तियां लहराते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। प्रदेश मंत्री प्रदीप कुमार तिवारी ने कहा कि महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा द्वारा 8 जुलाई से ऑनलाइन उपस्थिति का तुगलकी फरमान जारी किया गया है।
विभागीय अधिकारी वातानुकूलित कक्ष में बैठकर बिना जमीनी हकीकत जाने ही इस प्रकार के अव्यवहारिक आदेश करते रहते हैं जिन्हें आने वाली कठिनाइयों को दूर किए बिना लागू कर पाना संभव नहीं है। जिला संगठन मंत्री अनन्त त्रिवेदी ने कहा कि विभागीय अधिकारी दमन पूर्वक ऑनलाइन उपस्थिति लागू करना चाहते हैं जिसका विरोध करने के लिए आज हजारों की संख्या में शिक्षक यहां उपस्थित हुए हैं। संगठन की मांग है कि पहले अन्य विभागों की तरह हाफ डे सीएल, राज्य कर्मचारियों की भांति 30 ईएल या महाविद्यालय के शिक्षकों की भांति पीएल का प्रावधान किया जाए।
मौसम की प्रतिकूलता एवं विभागीय कार्यक्रमों के दृष्टिगत बीएसए को ऑनलाइन उपस्थिति के संबंध में शिथिलता के अधिकार दिए जाएं। सर्वर क्रैश होने पर वैकल्पिक व्यवस्था के स्पष्ट दिशा निर्देश जारी किए जाएं। भेदभाव पूर्ण एवं शोषणकारी ऑनलाइन उपस्थिति की व्यवस्था समाप्त कर अन्य विभागों की भांति ही उपस्थित ली जाए।
इस दौरान देवेंद्र सिंह महेंद्र कुमार ज्योत्सना गुप्ता अजय कुमार गुप्ता संत कुमार दीक्षित इंद्र कुमार विवेक पाल दीप्ती कटियार प्रेम कुमार अरविंद सिंह प्रतिभा कटियार संदीप सिंह गौरव मिश्रा नौशाद अहमद कंचन कामिनी पुनीता पालीवाल अनुपम सचान अमृता त्रिवेदी संजय कुमार त्रिपाठी सामरान खान नीरज गुप्ता जितेंद्र पांडेय आलोक गुप्ता मयंक मिश्रा हरिओम दीक्षित जयशंकर द्विवेदी आशुतोष त्रिपाठी अजय तिवारी प्रताप सिंह नरेंद्र सिंह गोपाल मिश्रा ज्योति पाठक प्रेरणा दुबे श्वेता शुक्ला अमित कुमार तिवारी दिव्या शाक्य अतुल शुक्ला हेमंत सिंह राघवेंद्र सिंह अटेवा के कुलदीप सैनी प्रताप भानु सिंह गौर अखिलेश पाल रामेंद्र सिंह मानवेंद्र सिंह, सुरेश राठौर, अनुपम चक्रवर्ती, आलोक दीक्षित, निरुपम तिवारी, धीरेंद्र सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, अरुन, अश्वनी, राजेश सिंह, आशुतोष, शिक्षामित्र एसोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र पाल अनुदेशक शिक्षक संघ के अध्यक्ष पुष्पेंद्र यादव ऋषभ बाजपेई आदि उपस्थित रहे।