डीबीटी कार्य पूर्ण न करने वाले प्रधानाध्यापकों का वेतन रोकने का निर्देश जारी
बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) कार्य अपने स्तर पर किसी रूप में अपूर्ण रखने वाले प्रधानाध्यापकों का वेतन रोकने का आदेश दिया है़।

कानपुर देहात। बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) कार्य अपने स्तर पर किसी रूप में अपूर्ण रखने वाले प्रधानाध्यापकों का वेतन रोकने का आदेश दिया है़। बीएसए ने समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों को प्रेषित पत्र के माध्यम से बताया है़ कि पूर्व में प्रधानाध्यापकों को प्रेरणा पोर्टल पर लंबित अभिभावकों के नान सीडेड, एक अभिभावक के एक से अधिक बच्चों व संदिग्ध चिह्नित खातों के संदर्भ में आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए थे पर अभी भी अधिकांश प्रधानाध्यापकों के स्तर पर बच्चों का डाटा लंबित है जिससे सरकारी विद्यालयों में कक्षा एक से आठ तक अध्ययनरत बच्चों के अभिभावकों के खाता में यूनिफार्म, बैग, स्वेटर, जूते व मोजे की धनराशि स्थानांतरित नहीं हो सकेगी।
बीएसए ने ऐसे सभी प्रधानाध्यापकों को 20 जून तक का समय दिया है। निर्धारित समय अवधि में यदि संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा उक्त कार्य नहीं किया जाता है तो उस विद्यालय के समस्त स्टाफ का वेतन/मानदेय अग्रिम आदेशों तक के लिए अवरुद्ध कर दिया जाएगा।
बताते चलें परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले नौनिहालों के अभिभावकों के लिए यह जरूरी खबर है क्योंकि अगर उनका बैंक खाता आधार से सीडेड नहीं है तो बच्चे को डायरेक्ट बेनीफिट स्कीम का लाभ नहीं मिलेगा। अभिभावकों को समय दिया गया है कि वह 5 दिन के अंदर बैंक जाकर इसे चेक करवाते हुए सीडेड करवा दें। एक माह के अंदर जल्द ही पहले चरण में नौनिहालों को लाभान्वित होने की उम्मीद है। परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले नौनिहालों को प्रत्येक साल डीबीटी का लाभ दिया जाता है। प्रति नौनिहाल 1200 रुपये का बजट दिया जाता है। इससे वह जूते-मोजे, यूनिफॉर्म, स्कूल बैंक व स्टेशनरी खरीदते हैं। यह रकम सीधे अभिभावकों के खातों में भेजी जाती है। चालू शैक्षिक सत्र 2024-25 के लिए कवायद शुरू हो गई है।
ऐसे में अब पहले चरण में इनको लाभान्वित करने की कवायद तेज हो गई है। पिछले साल कई नौनिहाल इससे वंचित रह गए थे। कारण यह था कि अभिभावकों के खाते आधार से सीडेड नहीं थे। इस समस्या को देखते हुए बीएसए रिद्धी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। अभिभावकों को 5 दिन का समय दिया गया है कि वह इस अवधि में अपने बैंक खाते आधार से सीडेड करवा लें। अगर खाता चालू नहीं है तो उसे चालू करवा दें। अगर यह प्रक्रिया नहीं अपनाते हैं तो उन्हें डीबीटी का लाभ नहीं दिया जाएगा। उम्मीद है अगले महीने पहले चरण के नौनिहालों को इसका लाभ दिया जाएगा।
अभिभावक पहले चेक कर लें डाटा-
नौनिहालों को डीबीटी का लाभ देने के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। पिछले साल के नौनिहालों का डाटा अपडेट कर दिया गया है। अगर इस डाटा में कोई गड़बड़ी होती है तो नौनिहाल इससे वंचित होंगे इसलिए अभिभावक स्कूल से संंपर्क करके अपने नौनिहाल का डाटा चेक कर लें। अगर कोई दिक्तत है तो उसे प्रधानाध्यापक से संशोधित करवालें। इसके साथ ही प्रधानाध्यापक शत प्रतिशत प्रोन्नत छात्र-छात्राओं एवं नवीन पंजीकृत छात्र-छात्राओं के डाटा को प्रेरणा डीबीटी मोबाईल एप्प के माध्यम से प्रमाणित कराते हुये अधोहस्ताक्षरी को प्रगति आख्या से अवगत कराना सुनिश्चित करें। अन्यथा की स्थिति में संबंधित विद्यालय के समस्त स्टाफ का वेतन अग्रिम आदेशों तक के लिए अवरुद्ध कर दिया जाएगा।
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