निलम्बित शिक्षकों की बहाली में बंद होगा उत्पीड़न का खेल
अब निलम्बन के बाद तैनाती के नाम पर शिक्षकों का उत्पीड़न बंद होगा। निलम्बन के बाद इसे मानव संपदा पोर्टल पर अपडेट किया जाएगा। वहीं बहाली के समय दंड की स्थिति में दूसरे ब्लॉक के एकल या शून्य शिक्षक वाले स्कूलों में तैनाती दी जाएगी।

- मानव संपदा सम्पदा के जरिए होगा ऑनलाइन अपडेट
- बहाली के समय दंड की स्थिति में दूसरे ब्लॉक के एकल या शून्य शिक्षक वाले स्कूलों में दी जाएगी तैनाती
- मानव सम्पदा पोर्टल में परिवर्तन के लिए एनआईसी को महानिदेशक ने लिखा पत्र
लखनऊ/ कानपुर देहात। अब निलम्बन के बाद तैनाती के नाम पर शिक्षकों का उत्पीड़न बंद होगा। निलम्बन के बाद इसे मानव संपदा पोर्टल पर अपडेट किया जाएगा। वहीं बहाली के समय दंड की स्थिति में दूसरे ब्लॉक के एकल या शून्य शिक्षक वाले स्कूलों में तैनाती दी जाएगी। इस संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने एनआईसी को पत्र लिखकर पोर्टल में ये परिवर्तन करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा है कि बेसिक शिक्षा अधिकारी जिस दिन निलम्बन का आदेश जारी करेंगे उसी दिन पोर्टल पर सस्पेंड का ट्रांजेक्शन कर बीएसए द्वारा वेरिफाई किया जाएगा। शिक्षक की सर्विस बुक में इसकी एंट्री स्वत: अंकित होगी। जब शिक्षकों का वेतन बनेगा तब निलम्बन की एंट्री स्वत: दिखेगी और अधिकारी को इसके लिए कोई अलग से एंट्री नहीं करनी पड़ेगी। वेतन भुगतान के लिए निलम्बन अवधि का 50, 70 और शून्य फीसदी वेतन का विकल्प भी रहेगा। निलम्बन के बाद बहाली का आदेश भी पोर्टल पर अपडेट किया जाना है। बहाली का विवरण अंकित व वेरिफाई होने के बाद यह सर्विस बुक में स्वत: अंकित हो जाएगा।
अभी बहाली में चल रहा है गोरखधंधा- बिना किसी दण्ड के बहाली की स्थिति में उसी विद्यालय में तैनाती दी जाएगी जबकि लघु दण्ड के रूप में उसी ब्लॉक के सबसे अधिक आवश्यकता वाले विद्यालय और दीर्घदण्ड में दूसरे ब्लॉक या जिले के किसी एकल या शून्य शिक्षक वाले स्कूल को चुना जाएगा। यह आवंटित स्कूल संबंधित शिक्षक के बहाली आदेश और सर्विस बुक में स्वत: अंकित हो जाएगा। विद्यालय आवंटित करने के लिए शून्य शिक्षक, एकल शिक्षक और दो शिक्षक वाले स्कूलों की भी सूची जारी होगी जोकि मानव संपदा पोर्टल पर अपडेट रहेगी।
अभी तक शिक्षकों की बहाली के नाम पर खूब खेल चलता है। आपसी सांठगांठ से शिक्षक खुद निलम्बित होते हैं और बहाली अपने मनचाहे स्कूलों में ले लेते हैं। वहीं कई बार कुछ शिक्षकों को निलम्बन के बाद बहाली के लिए दौड़ाया भी जाता है ये ऐसे शिक्षक होते हैं जो बीएसए कार्यालय में सुविधा शुल्क नहीं देते हैं। अब उन्हें भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
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