मैनपुरी अमन यात्रा : संक्रामक बीमारियों के प्रकोप के बाद मरीजों की संख्या बढ़ी तो अस्पताल की लैब पर जांच का बोझ बढ़ गया है। प्रतिदिन तीन से साढे़ तीन सौ लोग अपनी जांच कराने के लिए पहुंच रहे हैं।

अगस्त से बुखार के मामले तेजी से बढे़ हैं। जिला अस्पताल की पैथोलाजी में सामान्य दिनों में जहां 50 से 70 मरीज ही दिनभर में सैंपलिग के लिए पहुंचते थे, वहां अब उनकी संख्या बढ़कर तीन सौ से साढे़ तीन सौ पहुंच चुकी है। लैब कर्मियों का कहना है कि पहले एक स्टाफ आसानी से सैंपल ले लेते थे, लेकिन अब चार-चार लोगों को एक ही समय पर कमान संभालनी पड़ रही है।

ज्यादातर मरीज सीबीसी जांच के ही भेजे जा रहे हैं। बुखार से पीड़ित होने पर सभी की प्लेटलेट्स में कमी दर्ज की जा रही है। इन जांचों में सबसे ज्यादा मरीज युवा और बच्चे ही हैं। बच्चों की प्लेटलेट्स काफी तेजी से कम हो रही हैं। कई तो ऐसे हैं जिनकी प्रत्येक चौबीस घंटों में जांच कराई जा रही है। बच्चे तेजी से हो रहे बीमार

जिला अस्पताल में तैनात बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डा. डीके शाक्य का कहना है कि ओपीडी में उनके पास इन दिनों ढाई सौ से तीन सौ बच्चे पहुंच रहे हैं। 80 फीसद बुखार से पीड़ित आ रहे हैं। कई बच्चों को तत्काल भर्ती करने की सलाह दी जा रही है। बच्चों में तेजी से प्लेटलेट्स गिरती हैं, लेकिन उपचार के बाद बेहतर ढंग से बढ़ती भी हैं। इसलिए अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे ऐसे मामलों में न घबराएं। लिक्विड डाइट लें

सीएमएस डा. अरविद कुमार गर्ग का कहना है कि बुखार से प्लेटलेट्स कम होने पर न घबराएं। मरीजों को लिक्विड डाइट देते रहें। नारियल का पानी, कीवी, ग्लूकोज के साथ पानी पिलाते रहें, ताकि शरीर में एनर्जी बनी रहे। बुखार को न बढ़ने दें। नियमित उपचार कराने पर चौबीस घंटे के अंदर ही प्लेटलेट्स में इजाफा शुरू होने लगता है।