तीसरी आंख की निगरानी से नहीं बच पाएंगे परिषदीय स्कूलों के शिक्षक
बेसिक शिक्षा विभाग ने अपनी सारी योजनाओं व कार्यक्रमों के साथ-साथ सभी स्कूलों पर नजर रखने के लिए लखनऊ में विद्या समीक्षा केन्द्र की स्थापना की है। इससे स्कूलों के शिक्षक से लेकर छात्रों तक पर नजर रखी जाएगी।

- बेसिक स्कूलों की योजनाओं, कार्यक्रमों व हर गतिविधियों पर नजर रख रहा है विद्या समीक्षा केन्द्र
- एनबीएमसी के डैशबोर्ड को बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) से लेकर ब्लाक शिक्षा अधिकारी (बीईओ), राज्य संसाधन समूह (एसआरजी) तथा शैक्षिक संसाधन व्यक्ति (एआरपी) डैशबोर्ड पर प्रदर्शित हो रहे सभी डाटा को देख सकते हैं।
लखनऊ / कानपुर देहात। बेसिक शिक्षा विभाग ने अपनी सारी योजनाओं व कार्यक्रमों के साथ-साथ सभी स्कूलों पर नजर रखने के लिए लखनऊ में विद्या समीक्षा केन्द्र की स्थापना की है। इससे स्कूलों के शिक्षक से लेकर छात्रों तक पर नजर रखी जाएगी। बीते जनवरी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस विद्या समीक्षा केन्द्र (वीएसके) की आधारशिला रखी थी जो अब पूरी तरह से तैयार है और काम भी करने लगा है। इस केन्द्र में निपुण भारत मानिटरिंग सेंटर (एनबीएमसी) भी है जिसमें 20 से अधिक डेशबोर्ड वाले डाटा विजुअलाइजेशन टूल शामिल हैं जो शिक्षक गाइड, सीखने की सामग्री, मध्यान्ह भोजन, शिक्षक और छात्र उपस्थिति के उपयोग सहित कक्षा संकेतकों में वास्तविक समय की प्रगति को दिखाते हैं।
एनबीएमसी के डैशबोर्ड को बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) से लेकर ब्लाक शिक्षा अधिकारी (बीईओ), राज्य संसाधन समूह (एसआरजी) तथा शैक्षिक संसाधन व्यक्ति (एआरपी) डैशबोर्ड पर प्रदर्शित हो रहे सभी डाटा को देख सकते हैं। यही नहीं प्रमुख प्रदर्शन संकेतक (की परफार्मेन्स इंडिकेटर) प्रदेश स्तर पर तथा बीएसए जिला स्तर और बीईओ ब्लाक स्तर पर नजर रखकर जरूरी सुधार के लिए आदेश-निर्देश दे सकते हैं।
60 सीटर कॉल सेंटर- विद्या समीक्षा केन्द्र में 60 सीटर कॉल सेंटर भी बना है जो नियमित रूप से प्रदेश स्तर के परिणामों को ट्रैक करता है। फिलहाल तय समय के लक्ष्य को हासिल करने के लिए उनकी प्रगति के आधार पर शैक्षणिक एवं प्रशासनिक अधिकारियों को हर महीने औसतन 1.2 लाख कॉल किए जाते हैं ताकि योजना हो या कार्यक्रम या फिर स्कूल वर्क सभी तय समय के भीतर पूरा हो सकें।
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