स्पेशल प्रोजक्ट फॉर जेंडर इक्विटी के अतंर्गत महिला सशक्तिकरण की कार्यशाला सरवनखेड़ा बीआरसी में हुई शुरू
यूनिसेफ द्वारा भारत सरकार के महत्वपूर्ण प्रोजक्ट समाज में फैली लिंग विभेदीकरण अवधारणाओं को समाप्त कर महिलाओं को हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ बराबरी पर खड़ा करने के लिए विद्यालयों में बालिका शिक्षा के सशक्तिकरण हेतु संचालित मीना मंच को और सशक्त बनाया जाएगा
- लिंग विभेदीकरण समाप्त करने के लिए मीना मंच को करें सशक्त- खंड शिक्षा अधिकारी
कानपुर देहात। यूनिसेफ द्वारा भारत सरकार के महत्वपूर्ण प्रोजक्ट समाज में फैली लिंग विभेदीकरण अवधारणाओं को समाप्त कर महिलाओं को हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ बराबरी पर खड़ा करने के लिए विद्यालयों में बालिका शिक्षा के सशक्तिकरण हेतु संचालित मीना मंच को और सशक्त बनाया जाएगा। संदर्भदाता शशि प्रभा सचान ने बताया कि जूनियर विद्यालयों में संचालित मीना मंच में अब प्रत्येक कक्षा में एक बालिका पावर एंजिल के रूप में कार्य करेगी जिसके फलस्वरूप समाज में नए आयाम स्थापित कर बालिकाओं को हर क्षेत्र में बराबरी का स्थान मिल सके। समाज में कालांतर से अवधारणाएं फैलीं हैं कि अमुक कार्य महिलाओं का है और अमुक कार्य पुरुषों के हैं इन अवधारणाओं को तोड़ते हुए नए भारत के निर्माण के लिए हमें नई पीढ़ी की बालिकाओं की शिक्षा पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।
संदर्भदाता कुलदीप सैनी ने प्रशिक्षण सत्र में चर्चा करते हुए बताया यूनिसेफ द्वारा तैयार किए गए माड्यूल प्रगति के पंख और आधा फुल कामिक्स के द्वारा मीना मंच की गतिविधियों को रोचक बनाते हुए समुदाय तक बालिका शिक्षा के सशक्त बनाने के प्रयासों को आगे ले जाएगा।
पावर एंजिल बालिका की सुगमकर्ता के रूप कार्यशाला में प्रत्येक विद्यालय से प्राथमिकता के आधार पर एक महिला शिक्षिका की प्रतिभागिता सुनिश्चित की गई है। बालिका शिक्षा के जिला समन्वयक अरुणेश सचान ने बताया जेंडर इक्विटी को जल्द से जल्द समाप्त करना सरकार की प्रथम वरीयता की योजनाओं में से है।
पूरे जनपद में विकासखण्डवार कार्यशालाओं का आयोजन कराकर सुगम कर्ता शिक्षक शिक्षकों को प्रशिक्षण के माध्यम से सरकार की नीतियों से अवगत कराया जा रहा है जिनके द्वारा विद्यालय में विभिन्न गतिविधियां संचालित की जाएंगी। प्रशिक्षण आयोजन से जुड़ी सारी व्यवस्थाओं को संजय शुक्ल एआरपी द्वारा व्यवस्थित किया गया। प्रशिक्षण में अनुपम प्रजापति, प्रीति त्यागी, कंचन मिश्र, बीनू चावला, रूपी त्रिपाठी इत्यादि शिक्षिकायें मौजूद रहीं।