कानपुर देहातउत्तरप्रदेशफ्रेश न्यूज
नंद बाबा दुग्ध मिशन: पशुपालकों के लिए सुनहरा अवसर!
उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के पशुपालकों के लिए एक नई योजना शुरू की है जिसका नाम है "मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना"। यह योजना "नंद बाबा दुग्ध मिशन" का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देना है।
कानपुर देहात: उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के पशुपालकों के लिए एक नई योजना शुरू की है जिसका नाम है “मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना”। यह योजना “नंद बाबा दुग्ध मिशन” का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देना है।
योजना का उद्देश्य:
- दुग्ध उत्पादन में वृद्धि: प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को बढ़ाकर देश में अग्रणी राज्य बनाना।
- प्रति व्यक्ति दुग्ध उपलब्धता में वृद्धि: प्रदेश में प्रति व्यक्ति दुग्ध उपलब्धता को बढ़ाकर राष्ट्रीय औसत के बराबर लाना।
- स्वदेशी नस्ल की गायों को बढ़ावा: स्वदेशी उन्नत नस्ल की गायों की संख्या में वृद्धि करना और उनके नस्ल सुधार को प्रोत्साहित करना।
- रोजगार सृजन: ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं और महिलाओं को पशुपालन के व्यवसाय से जोड़कर रोजगार के अवसर प्रदान करना।
योजना के तहत क्या मिलेगा?
- अनुदान: बाह्य प्रदेशों से स्वदेशी उन्नत नस्ल की गायों के क्रय, परिवहन, बीमा, चारा काटने की मशीन और शेड निर्माण पर 40% तक का अनुदान मिलेगा।
- अधिकतम अनुदान: एक इकाई (2 गायें) के लिए अधिकतम 80,000 रुपये का अनुदान दिया जाएगा।
कौन कर सकता है आवेदन?
- उत्तर प्रदेश का निवासी हो।
- आयु 18 वर्ष से अधिक हो।
- पशुपालन के लिए पर्याप्त जगह हो।
- पहले से 2 से अधिक स्वदेशी उन्नत नस्ल की गाय न हो।
कैसे करें आवेदन?
- अंतिम तिथि: 13 नवंबर 2024
- आवेदन कहां करें: मुख्य विकास अधिकारी या मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में।
- जरूरी दस्तावेज: आधार कार्ड, नोटरी शपथ पत्र, बैंक पासबुक आदि।
अन्य महत्वपूर्ण बातें:
- गायों की संख्या: एक लाभार्थी अधिकतम 2 गायें खरीद सकता है।
- गायों की नस्ल: गिर, साहीवाल, हरियाणा या थारपारकर।
- गायों का बीमा: 3 वर्ष का पशु बीमा कराना अनिवार्य है।
- चयन: 50% महिलाओं और 50% अन्य वर्गों को लाभान्वित किया जाएगा।
योजना का लाभ:
यह योजना छोटे किसानों के लिए बहुत फायदेमंद है। इससे दूध उत्पादन बढ़ेगा, किसानों की आय बढ़ेगी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
अधिक जानकारी के लिए:
कार्यालय समय में मुख्य पशुचिकित्साधिकारी कार्यालय विकास भवन माती में संपर्क करें।
यह एक सुनहरा अवसर है पशुपालकों के लिए!