“नई किरण”: बिखरे परिवारों में फिर लौटी खुशियों की बहार, तीन दंपतियों ने थामा एक दूजे का हाथ
पुलिस लाइन के सभागार में आयोजित "नई किरण" कार्यक्रम में रिश्तों की टूटी डोर को फिर से जोड़ने का प्रयास किया गया। पुलिस अधीक्षक बीबीजीटीएस मूर्ति की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में, उन परिवारों को बुलाया गया जिनके बीच किसी कारणवश दूरियां आ गई थीं।

- नई किरण: टूटे परिवारों को जोड़ने की उम्मीद
कानपुर देहात : पुलिस लाइन के सभागार में आयोजित “नई किरण” कार्यक्रम में रिश्तों की टूटी डोर को फिर से जोड़ने का प्रयास किया गया। पुलिस अधीक्षक बीबीजीटीएस मूर्ति की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में, उन परिवारों को बुलाया गया जिनके बीच किसी कारणवश दूरियां आ गई थीं।
“नई किरण” के सदस्यों ने परिवारों के बीच बातचीत को बढ़ावा दिया और उन्हें आपसी समझ और विश्वास के महत्व को समझाया। इस प्रयास का सुखद परिणाम तब देखने को मिला जब तीन दंपतियों ने अपने मतभेदों को भुलाकर फिर से एक साथ रहने का फैसला किया। उनकी आंखों में खुशी के आंसू थे और चेहरे पर मुस्कान।
कार्यक्रम में उपस्थित अन्य परिवारों को भी आशा की एक नई किरण दिखाई दी। उन्हें यह विश्वास हुआ कि आपसी बातचीत और समझ से किसी भी रिश्ते को बचाया जा सकता है। पुलिस अधिकारी और “नई किरण” के सदस्य, सभी ने परिवारों को यह आश्वासन दिया कि वे हमेशा उनकी सहायता के लिए उपलब्ध हैं।
इस कार्यक्रम में महिला थानाध्यक्ष सुषमा, महिला निरीक्षक सीमा सिंह, और अन्य महिला कांस्टेबल भी शामिल थीं। “नई किरण” के सदस्य रामप्रकाश और समाजसेविका कंचन मिश्रा ने भी परिवारों को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वही समाजसेविका कंचन मिश्रा ने “नई किरण” परियोजना के संदर्भ में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह पहल बिखरे हुए परिवारों को फिर से एकजुट करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना का उद्देश्य परिवारों के बीच आपसी समझ और विश्वास को बढ़ावा देना है, ताकि वे अपने मतभेदों को सुलझा सकें और एक खुशहाल जीवन जी सकें।
“नई किरण” कार्यक्रम उन परिवारों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है जो अपने रिश्तों को बचाना चाहते हैं। यह कार्यक्रम हमें यह याद दिलाता है कि आपसी प्रेम, समझ और विश्वास से किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है।
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