कानपुर, अमन यात्रा। UP Board Exams 2021 यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 24 अप्रैल से शुरू होंगी। इसके तहत जिले में 149 परीक्षा केंद्रों को फाइनल कर दिया गया, जिनमें लगभग एक लाख चार हजार परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। हालांकि परीक्षा के दौरान नकल को रोकना शिक्षा विभाग के अफसरों के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। नकल के साथ ही केंद्रों पर अव्यवस्थाएं, परीक्षाओं के दौरान वित्तविहीन शिक्षकों का ड्यूटी पर न आना समेत कई अन्य दिक्कतें भी सामने आती हैैं। मगर इन सभी दिक्कतों को दरकिनार कर डीआइओएस सतीश तिवारी का दावा है कि वह जिले में नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। गुरुवार को उन्होंने बोर्ड परीक्षा की तैयारियों व कई अन्य मुद्दों पर अमन यात्रा के साथ साक्षात्कार के दौरान जानकारियां दीं। वह प्रस्तुत हैं:
- परीक्षाएं नकलविहीन हों, इसके लिए क्या तैयारियां हैं?
– हर परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे व वॉयस रिकॉर्डर लगवा दिए गए हैं। तीन अलग-अलग स्तरों से हर केंद्र की निगरानी की जाएगी। इसके लिए कंट्रोल रूम भी बनाए जाएंगे।
- सुविधाओं को लेकर सवाल उठते हैं? इस परीक्षा में अव्यवस्था न हो, इसके लिए क्या प्रबंध किए हैैं?
– देखिए, केंद्र बनने से पहले सभी प्रधानाचार्य आधारभूत सुविधाओं की जानकारी बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करते हैं। उसके बाद प्रशासनिक अफसर निरीक्षण करते हैं, तब जाकर केंद्र बनते हैं।
- परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ गई है, क्या कक्ष निरीक्षकों की संख्या भी बढ़ेगी?
– बिल्कुल परीक्षा केंद्रों की संख्या के साथ ही कक्ष निरीक्षकों की संख्या निश्चित तौर पर बढ़ेगी। दरअसल कक्ष निरीक्षक की संख्या परीक्षार्थियों की संख्या पर निर्भर होती है। परीक्षार्थियों के मुताबिक कक्ष निरीक्षकों की संख्या तय करेंगे।
- परीक्षा से पहले तैयारियों के दावे खूब होते हैं, पर परीक्षा के दौरान अव्यवस्थाएं सामने आती हैं? कैसे रोकेंगे?
– परीक्षाओं से पहले हर परीक्षा केंद्र का निरीक्षण किया जाएगा। इसके लिए जल्द ही अभियान की शुरुआत होगी। ब्लॉक स्तर पर अफसरों को जिम्मेदारी दी जाएगी।
- प्रवेश पत्र को लेकर परीक्षार्थियों को दिक्कतें हो जाती हैं? इसके लिए क्या प्रबंध करेंगे?
– देखिए, प्रवेश पत्र तो बोर्ड की ओर से जारी किए जाते हैं। इसके बाद वह प्रधानाचार्य को सौंप दिए जाते हैं। अगर परीक्षा के दौरान किसी परीक्षार्थी को कोई परेशानी हो, तो वह कंट्रोल रूम में सूचना दे सकता है।
- क्या इस परीक्षा में संकलन केंद्रों की संख्या बढ़ेगी?
– नहीं, संकलन केंद्रों की संख्या बिल्कुल नहीं बढ़ेगी। वहां पर जो अव्यवस्थाएं होती हैं, वो न हों, इसके लिए हर केंद्र प्रभारी के साथ बैठक करेंगे।
- परीक्षाओं से पहले छात्र तनाव में आ जाते हैं, इससे उन्हें निजात कैसे मिलेगी?
– बोर्ड परीक्षा 2021 को देखते हुए छात्रों के लिए राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की ओर से पांच दिवसीय काउंसिलिंग कार्यक्रम आठ मार्च से शुरू हो रहे हैैं। अधिक से अधिक छात्र प्रतिभाग कर सकते हैं।
- केंद्रों को लेकर क्या बदलाव हुए हैं?
– यूपी बोर्ड की ओर से सबसे पहले 158 परीक्षा केंद्रों की सूची भेजी गई थी। इसके बाद 200 से अधिक आपत्तियां आईं। इनके निस्तारण के बाद 149 केंद्रों की सूचना बोर्ड को भेजी गई और अंतत: 149 परीक्षा केंद्र बने हैं।